मध्य प्रदेश के मंदसौर में जहरीली शराब कांड में अब तक 7 की मौत, मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन

इससे पहले मंगलवार को मध्य प्रदेश सरकार ने मंदसौर में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत की जांच के लिए अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव राजेश राजोरा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:08 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:08 AM (IST)
मध्य प्रदेश के मंदसौर में जहरीली शराब कांड में अब तक 7 की मौत, मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन
जिला आबकारी अधिकारी का किया गया तबादला

मंदसौर, एएनआइ। मध्य प्रदेश के मंदसौर में संदिग्ध जहरीली शराब की घटना में अब तक सात लोगों की मौत हो गई है। बुधवार को अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव राजेश राजोरा ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मंदसौर जिले की जहरीली शराब की घटना में सात लोगों की मौतें हुई हैं। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। हम प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं और इस मामले में जांच चल रही है।

इससे पहले मंगलवार को मध्य प्रदेश सरकार ने मंदसौर में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत की जांच के लिए अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव राजेश राजोरा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था। जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत के बाद जिला आबकारी अधिकारी का भी तबादला कर दिया गया है।

इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार जहरीली शराब पीने के मामले में पीड़ितों की कुल संख्या को छिपाने की कोशिश कर रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया कि मंदसौर में दस लोगों की मौत हुई है, जबकि सरकारी आंकड़े केवल छह लोगों की मौत दिखा रहे हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के खंखराई गांव में ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि शनिवार शाम को ही ग्राम में ही 40 वर्षीय मनोहरलाल पुत्र लक्ष्मण बागरी की भी मौत हो गई थी। रविवार सुबह उसका दाह संस्कार किया जबकि 40 वर्षीय घनश्याम पुत्र रायसिंह बावरी और 21 वर्षीय श्यामलाल पुत्र मोड़ीराम मेघवाल की मौत रविवार को हुई। इसके बाद जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।

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