एमपी में एक दिन में रिकॉर्ड 57 हजार जांचों में 13,590 कोरोना मरीज मिले, ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने के लिए ऑडिट व्यवस्था लागू

मध्यप्रदेश की विभिन्न लैब में कोरोना के लिए 57176 सैंपल की जांच की गई जो अब तक का रिकॉर्ड है। इनमें 13590 मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 24 फीसद रही। अच्छी बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:15 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:15 PM (IST)
एमपी में एक दिन में रिकॉर्ड 57 हजार जांचों में 13,590 कोरोना मरीज मिले, ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने के लिए ऑडिट व्यवस्था लागू
ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने के लिए मध्यप्रदेश में ऑडिट व्यवस्था लागू।

भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्यप्रदेश की विभिन्न लैब में कोरोना के लिए 57,176 सैंपल की जांच की गई जो अब तक का रिकॉर्ड है। इनमें 13,590 मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 24 फीसद रही। गुरुवार को भी यह दर इसी स्तर पर थी। अच्छी बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। गुरुवार को पूरे प्रदेश में 10,883 मरीज स्वस्थ हुए।

कोरोना मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही

बता दें कि मंगलवार को प्रदेश में 13,107 मरीज मिले थे। बुधवार को मरीजों की संख्या 12,384 रही। गुरुवार को फिर मरीज बढ़ गए। इसकी वजह यह भी है कि बुधवार के मुकाबले गुरुवार को सात हजार ज्यादा सैंपल जांचे गए। गुरुवार को कोरोना से 74 लोगों की मौत भी दर्ज की गई।

ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने के लिए मध्यप्रदेश में ऑडिट व्यवस्था लागू

कोरोना संक्रमण के कारण ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने के लिए मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन ऑडिट की व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत सभी अस्पतालों को पोर्टल से जोड़कर ऑक्सीजन का मितव्ययिता से उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। इससे खंडवा जिले में जहां 80 सिलिंडर का उपयोग हो रहा था, वहीं अब इस व्यवस्था के चलते उनकी संख्या घटकर 25 हो गई है। इस तरह ऑक्सीजन का युक्तियुक्त उपयोग करने से जहां जितनी जरूरत है, वहां उतनी ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को दी जानकारी

यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 पर मुख्यमंत्रियों से की गई वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान दी। इस दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉ. बीके पाल ने देश में कोविड की स्थिति पर प्रस्तुतिकरण दिया। इसमें मध्य प्रदेश द्वारा ऑक्सीजन के मितव्ययी उपयोग के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा- गुना जिले में बनेगा एक हजार बिस्तर का अस्पताल

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर से ऑक्सीजन के खाली टैंकर वायुसेना के मालवाहक विमान द्वारा गुजरात के जामनगर भेजे जा रहे हैं ताकि समय की बचत हो सके। गुना जिले में स्थित बीना रिफाइनरी के पड़ोस में एक हजार बिस्तर का अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहाकोरोना सहायता केंद्र आरंभ

मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी कोशिश है कि लोग घर पर ही ठीक हों और उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत ही न पड़े। इसके लिए होम आइसोलेशन व्यवस्था में रह रहे मरीजों से डॉक्टर दिन में दो बार टेलीफोन से संपर्क करते हैं। कोरोना सहायता केंद्र भी आरंभ किए हैं। यहां सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीजों की जांच होगी। कोविड केयर सेंटरों को अस्पताल के विकल्प के रूप में स्थापित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा- दवाइयों की कालाबाजारी पर लगेगा रासुका

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में इंजेक्शन सहित सभी महत्वपूर्ण दवाइयों की कालाबाजारी करने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग को लेकर केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी होना चाहिए। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जनता स्वयं कोरोना कर्फ्यू क्रियान्वित कर रही है। पिछले छह-सात दिन में पॉजिटिविटी दर 25 प्रतिशत से नीचे आई है। वहीं, चिकित्सकीय अमले की पूर्ति के लिए सेवानिवृत्त चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को संविदा नियुक्ति देकर उनकी सेवाएं ले रहे हैं। 

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