नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े 11वें सहयोगी की गिरफ्तारी, पहुंचाता था स्टेशनरी व रुपये

आरोपित अरुण राशन स्टेशनरी व रुपये पहुंचाता था। नक्सलियों और अन्य सहयोगियों के लिए करता था मध्यस्थता

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 13 May 2020 08:18 AM (IST) Updated:Wed, 13 May 2020 08:18 AM (IST)
नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े 11वें सहयोगी की गिरफ्तारी, पहुंचाता था स्टेशनरी व रुपये
नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े 11वें सहयोगी की गिरफ्तारी, पहुंचाता था स्टेशनरी व रुपये

कांकेर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ की कांकेर पुलिस ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े ग्यारहवें सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोपित क्षेत्र के कोयलीबेड़ा निवासी अरुण कुमार ठाकुर (41) है, जो ठेकेदारी करता है। वह नक्सलियों तक राशन, स्टेशनरी व रुपये पहुंचाता था। शहरी नेटवर्क मामले में पूर्व में गिरफ्तार लोगों और नक्सलियों के बीच वह मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस अरुण तक पहुंची। 

अरुण अतिसंवेदनशील इलाकों में सड़क निर्माण का काम कराता है। गौरतलब है कि कांकेर पुलिस ने इसके पहले 24 मार्च को सिकसोड़ थाना क्षेत्र में राजनांदगांव जिले के ठेकेदार तापस पालित को गिरफ्तार किया था, जिसके वाहन से जूते, कपड़ा, वाकी-टॉकी सेट, मीटर टेप व अन्य सामान जब्त किया था। तापस से पूछताछ के आधार पर नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े राजनांदगांव निवासी दयाशंकर मिश्रा को दबोचा था।

इसके बाद 24 अप्रैल को राजनांदगांव निवासी ठेकेदार अजय जैन व कोमल प्रसाद वर्मा, उनके कर्मचारी कोयलीबेड़ा निवासी रोहित नाग, डामर प्लांट मैनेजर मेरठ (उत्तर प्रदेश) निवासी सुशील शर्मा, बालाघाट (मध्य प्रदेश) निवासी सुरेश शरणागत को गिरफ्तार किया गया था।

पांच मई को कौरिन भांटा रिद्घि-सिद्घि कॉलोनी राजनांदगांव निवासी टोनी भदौरिया उर्फ शीलेंद्र भदौरिया व छह मई को ग्राम मरदा कोयलीबेड़ा निवासी पंचायत सदस्य राजेंद्र सलाम (28) और ग्राम कंदाड़ी कोयलीबेड़ा निवासी नक्सली कमांडर राजू सलाम के भाई मुकेश सलाम (30) की गिरफ्तारी हुई थी। पुलिस इस मामले में अभी और लोगों के जुड़े होने की आशंका जता रही है।

बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़, CRPD का जवान शहीद

छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के मिरतुर थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर करीब दो बजे नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ जवान मुन्ना यादव शहीद हो गए। वह महादेवगंज, जिला साहिबगंज, झारखंड के निवासी थे।बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर डीआरजी और सीआरपीएफ के जवानों की संयुक्त टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए भेजी गई थी। सोमवार दोपहर मिरतुर थाना क्षेत्र के जंगल में नक्सलियों से जवानों की मुठभेड़ हो गई। इसमें सीआरपीएफ के जवान मुन्ना यादव को गोली लग गई। मौके पर ही वह शहीद हो गए।

एसपी ने बताया कि जवानों के साथ नक्सलियों की करीब एक घंटे तक मुठभेड़ चली। समाचार लिखे जाने तक जवान उस इलाके से बाहर नहीं निकल पाए थे। इसलिए पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।

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