Rajasthan Scooty Yojana 2021: राजस्थान सरकार दिव्यांग छात्र-छात्राओं और युवाओं को वितरित करेगी 2 हजार स्कूटी, पढ़ें डिटेल
Rajasthan Scooty Yojana 2021 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कॉलेज में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्र-छात्राओं और रोजगार के लिए कार्यस्थल तक आवागमन के लिए दिव्यांग युवाओं को राज्य सरकार की ओर से स्कूटी वितरण करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।
Rajasthan Scooty Yojana 2021: राजस्थान सरकार ने राज्य के दिव्यांग स्टूडेंट्स और युवाओं की सहूलियत को देखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के दिव्यांग छात्र-छात्राओं और दिव्यांग युवाओं के बीच 2 हजार स्कूटी का वितरण किया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस संबंध में सीएमओ राजस्थान के ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करके जानकारी साझा की गई है।
ट्वीट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कॉलेज में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्र-छात्राओं और रोजगार के लिए कार्यस्थल तक आवागमन के लिए दिव्यांग युवाओं को राज्य सरकार की ओर से स्कूटी वितरण करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। इस योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 15 करोड़ के अतिरिक्त बजट प्रावधान को मंजूरी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम ने इसके लिए राज्य बजट वर्ष 2021-22 में घोषित 'स्कूटी योजना 2021' के तहत दिशानिर्देश भी जारी कर दिया है। राज्य सरकार के इस निर्णय के बाद, राज्य के 2 हजार दिव्यांग युवाओं और दिव्यांग स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा।
वहीं, राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2021 के लिए देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण एवं प्रोत्साहन राशि योजना को शुरू किया गया है। इस योजना की शुरुआत प्रदेश में महिला साक्षरता में कमी को देखते हुए और छात्राओं को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई है। राज्य की जिन छात्राओं ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड / केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित 12वीं की परीक्षा में 50 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं और स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश लेकर नियमित अध्ययनरत हों, उन्हें 1500 स्कूटी स्वीकृत कर निःशुल्क वितरित की जाएगी। इसके अलावा, छात्राओं को प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। बता दें कि देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण योजना के अंतर्गत राज्य में पिछड़ा वर्ग में से अति पिछड़ा वर्ग में गुर्जर सहित 5 जातियों की छात्राओं को शामिल किया गया है।