Rail Kaushal Vikas Yojana: रेल कौशल विकास योजना के तहत 3 वर्ष में 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करेगी सरकार, पढ़ें डिटेल
Rail Kaushal Vikas Yojana इस योजना के माध्यम से शुरुआत में एक हजार उम्मीदवारों को ट्रेनिंग दी जाएगी। चयनित कैंडिडेट्स इलेक्ट्रीशियन वेल्डर मशीनिस्ट और फिटर ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके लिए कुल 75 प्रशिक्षण केंद्र निर्धारित किए गए हैं।
Rail Kaushal Vikas Yojana: इंडियन रेलवे ने उद्योग से संबंधित कौशल में प्रवेश स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करके युवाओं को सशक्त बनाने के लिए रेल कौशल विकास योजना की शुरुआत की है। इसके माध्यम से, 3 वर्ष की अवधि में 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। भारत सरकार ने रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से उद्योग-प्रासंगिक कौशल में प्रवेश स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करके युवाओं को समर्थ बनाने के लिए रेल कौशल विकास योजना लॉन्च की है। योजना का शुभारंभ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया।
इस योजना के अंतर्गत, प्रारंभ में एक हजार उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। चयनित उम्मीदवारों को इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट और फिटर ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद, क्षेत्रीय मांगों और जरूरतों के आकलन के आधार पर जोनल रेलवे और उत्पादन इकाइयों द्वारा अन्य ट्रेडों में प्रशिक्षण कार्यक्रम जोड़े जाएंगे। बता दें कि प्रशिक्षण नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा और प्रतिभागियों का चयन मैट्रिक में अंकों के आधार पर एक पारदर्शी तंत्र का पालन करते हुए ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों के आधार पर होगा। 10वीं कक्षा उत्तीर्ण और 18-35 वर्ष के बीच के उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र होंगे। हालांकि, इस प्रशिक्षण के आधार पर योजना में हिस्सा लेने वालों के पास रेलवे में रोजगार पाने का कोई दावा नहीं होगा।
इस स्कीम का प्रोग्राम करिकुलम बनारस लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा विकसित किया गया है। इसमें प्रशिक्षुओं को एक मानकीकृत मूल्यांकन से गुजरना होगा और उनके कार्यक्रम के समाप्त होने पर राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान द्वारा आवंटित ट्रेड में प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। उन्हें उनके ट्रेड के लिए टूलकिट भी प्रदान किए जाएंगे जो इन प्रशिक्षुओं को अपनी शिक्षा का उपयोग करने और स्व-रोजगार के साथ-साथ विभिन्न उद्योगों में रोजगार की क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे। प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए इंडियन रेलवे के 17 जोन और 7 प्रोडक्शन यूनिट में 75 ट्रेनिंग सेंटर को शॉर्टलिस्ट किया गया है। गौरतलब है कि यह योजना आत्मनिर्भर भारत अभियान का एक हिस्सा है।