Maharashtra Mission Zero Drop Out: महाराष्ट्र सरकार ने शुरू किया 'मिशन जीरो ड्रॉप आउट', स्कूल छोड़ चुके बच्चों को वापस लाने का प्रयास
Maharashtra Mission Zero Drop Out यह अभियान स्कूलों से ड्रॉप आउट हो चुके छात्रों की पहचान करके उन्हें फिर से स्कूल में वापस लाने के लिए शुरू किया गया है।मिशन जीरो ड्रॉप आउट की घोषणा स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर वर्षा गायकवाड़ ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से की है।
Maharashtra Mission Zero Drop Out: महाराष्ट्र सरकार ने शिक्षा के अधिकार को ध्यान में रखते हुए स्कूली शिक्षा को फिर से पटरी पर लाने के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की है, जिसका नाम है 'मिशन जीरो ड्रॉप आउट'। यह विशेष अभियान राज्य में स्कूलों से ड्रॉप आउट हो चुके छात्रों की पहचान करके उन्हें फिर से स्कूल में वापस लाने के लिए शुरू किया गया है। 'मिशन जीरो ड्रॉप आउट' अभियान की घोषणा राज्य के स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर वर्षा गायकवाड़ ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से की है। हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने इस मिशन की शुरुआत की है।
शिक्षा मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि महामारी के कारण शिक्षा में असमानताएं बढ़ी होंगी, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार मिले। ड्रॉपआउट स्टूडेंट की पहचान करने और उन्हें स्कूल में वापस लाने के लिए एक स्पेशल ड्राइव लॉन्च किया जा रहा है। बता दें कि इस विशेष अभियान का लक्ष्य राज्य में स्कूल छोड़ने वालों के विषय पर ध्यान आकर्षित करना है। इस मिशन के तहत जिन बच्चों ने महामारी के कारण स्कूल छोड़ दिए थे, उन्हें स्कूल वापस लाया जा सकता है। शिक्षा मंत्री ने मीडिया और कम्युनिटी से इस मिशन में शामिल होने की अपील की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाराष्ट्र में इस सप्ताह शिक्षा का अधिकार (RTE) के तहत प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होने की संभावना है। आरटीई कोटा, शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए उपलब्ध कुल सीटों का लगभग 25 प्रतिशत है। प्रवेश प्रक्रिया के लिए संशोधित कार्यक्रम इस सप्ताह तक जारी होने की उम्मीद है। इस वर्ष आरटीई कोटे के तहत प्रवेश के लिए केवल एक लॉटरी प्रक्रिया होगी। लॉटरी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, राज्य भर के स्कूलों में रिक्त सीटों के अनुसार वेटिंग लिस्ट जारी की जाएगी।