NEET PG 2021: कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए छात्रों ने नीट पीजी परीक्षा स्थगित करने की उठाई मांग, 18 अप्रैल को होना है एग्जाम
NEET PG 2021 सीबीएसई की 10वीं परीक्षा कैंसिल और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित होने के बाद से लगातार अन्य परीक्षाओं के स्थगित होने की मांग बढ़ गई है। इसके तहत 18 अप्रैल को प्रस्तावित नीट पीजी परीक्षा 2021 को स्थगित करने की मांग उठी है।
NEET PG 2021: सीबीएसई की 10वीं परीक्षा कैंसिल और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित होने के बाद से लगातार अन्य परीक्षाओं के स्थगित होने की मांग बढ़ गई है। इसके तहत 18 अप्रैल को प्रस्तावित नीट पीजी परीक्षा 2021 को स्थगित करने की मांग उठी है। परीक्षा में शामिल होने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स का कहना है कि देश में कोविड-19 वायरस की वजह से पैदा हुए हालातों को देखते हुए अब ऐसे हालातों में आगामी नीट परीक्षा को स्थगित कर देना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मेडिकल स्टूडेंट्स ने ट्विटर पर NEET PG 2021 को हैशटैग #postpone neet pg का अभियान भी चलाया है। इसके अलावा कुछ दिन पहले, उम्मीदवारों के एक ग्रुप ने परीक्षा कराने वाली संस्थान ने NBE को पीजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा को स्थगित करने के लिए लिखा था। हालांकि, NBE ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए 14 अप्रैल को NEET PG एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए थे।
NEET PG 2021 परीक्षा के लिए कुल 1,74,886 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन किया है। वहीं इनमें से 24,360 डॉक्टर ऑफ मेडिसिन के लिए और 12,690 मास्टर ऑफ सर्जरी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसके 922 पीजी डिप्लोमा सीटों के लिए रजिस्टर्ड हैं।
वहीं सीबीएसई के बाद अब आईसीएसई बोर्ड एग्जाम 2021 को भी स्थगित या रद्द किये जाने को लेकर मांग की जा रही है। वहीं, काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) की तरफ से भी जानकारी दी गयी है कि दोनो ही कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन को लेकर स्थिति की समीक्षा की जा रही है। इसके अलावा कई अन्य राज्यों जैसे राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु सहित कुछ अन्य राज्यों की भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी गई हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, जहां कोरोना वायरस की वजह से हालात सबसे ज्यादा खराब है, वहां भी फिलहाल परीक्षाओं को टाल दिया गया है। इसके अलावा राज्य की स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा है कि 10वीं परीक्षा कैंसिल करने के लिए राज्य सरकार सीबीएसई के फैसले का अध्ययन कर रही है। इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर बनकर बरप रही है। देश के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा बुरे हालातों में दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्य हैं।