बोर्ड परीक्षाओं को लेकर किया गया बदलाव, CBSE छात्र जरूर पढ़ें ये महत्वपूर्ण सूचना

बोर्ड के छात्र हर बार एनसीईआरटी की किताबों से ही परीक्षा की तैयारी करते आए हैं। लेकिन सीबीएसई ने अब छात्रों को केवल अपने शैक्षणिक सत्र के पाठ्यक्रम से ही पढ़ने को कहा है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 09:46 AM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 10:49 AM (IST)
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर किया गया बदलाव, CBSE छात्र जरूर पढ़ें ये महत्वपूर्ण सूचना
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर किया गया बदलाव, CBSE छात्र जरूर पढ़ें ये महत्वपूर्ण सूचना

नई दिल्ली, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education-CBSE) ने बोर्ड के सभी छात्रों को परीक्षा के लिए सीबीएसई पाठ्यक्रम से तैयारी करने की बात कही है। बोर्ड के छात्र हर बार एनसीईआरटी की किताबों से ही परीक्षा की तैयारी करते आए हैं। लेकिन सीबीएसई ने अब छात्रों को केवल अपने शैक्षणिक सत्र के पाठ्यक्रम से ही पढ़ने को कहा है न कि एनसीईआरटी की किताबों से।

सीबीएसई हमेशा परीक्षा के लिए एनसीईआरटी की किताबों को 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए निर्धारित करता है, लेकिन बोर्ड ने देखा कि किताबों में कहीं-कहीं पर लिखा है कि यह जानकारी परीक्षा या मूल्यांकन के उद्देश्य से नहीं है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में स्पष्ट रूप से कहा है कि एनसीईआरटी पुस्तकों में लिखी गई यह जानकारी सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए लागू नहीं है। छात्रों को सीबीएसई द्वारा जारी पाठ्यक्रम से तैयारी करने की सलाह दी गई है।

प्रैक्टिकल एग्जाम में यूनिफॉर्म पहनना जरूरी

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (Central Board of Secondary Education- CBSE) ने 10वीं और 12वीं कक्षा के प्रैक्टिकल एग्जाम्स में यूनिफॉर्म पहनना अनिवार्य कर दिया है। होम सेंटर खत्म होने के बाद अब छात्रों को दूसरे स्कूल सेंटर में जाकर परीक्षा देनी होगी। एक स्कूल में कम से कम 5-6 स्कूलों के छात्र परीक्षा देंगे। जिसके बाद बोर्ड ने प्रायोगिक परीक्षाओं में यूनिफॉर्म पहनने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में फ्लाइंग छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के पास तो यूनिफॉर्म है लेकिन फ्लाईंग स्टूडेंस के पास नहीं है।

दरअसल फ्लाईंग स्टूडेंट्स वो होते हैं, जिन्हें उनका स्कूल सांठगंठ करके किसी सीबीएसई बोर्ड की मान्यता प्राप्त स्कूल से परीक्षा का फॉर्म भरवाता है। ऐसे छात्रों को एडमिट कार्ड मिलने पर ही अपने स्कूल की जानकारी होती है। ऐसी स्थिति में इन छात्रों को प्रायोगिक परीक्षा से पहले यूनिफॉर्म की व्यवस्था करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

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