Positive India : कोरोना के बीच IIT कानपुर के ‘मोबाइल मास्टरजी’ से होगी लाखों बच्चों की पढ़ाई

कोरोना की वजह से देशभर में बच्चों को पढ़ाने के नए डिजिटल माध्यमों का लगातार विकास हो रहा है। इनमें हर एक माध्यम की जहां अपनी खूबियां हैं वहीं कुछ खामियां भी हैं।

By Vineet SharanEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 08:39 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 07:40 AM (IST)
Positive India : कोरोना के बीच IIT कानपुर के ‘मोबाइल मास्टरजी’ से होगी लाखों बच्चों की पढ़ाई
Positive India : कोरोना के बीच IIT कानपुर के ‘मोबाइल मास्टरजी’ से होगी लाखों बच्चों की पढ़ाई

नई दिल्ली, अनुराग मिश्र। कोरोना की वजह से देशभर में बच्चों को पढ़ाने के नए डिजिटल माध्यमों का लगातार विकास हो रहा है। इनमें हर एक माध्यम की जहां अपनी खूबियां हैं, वहीं कुछ खामियां भी हैं। इन्हें देखते हुए आईआईटी कानपुर ने मोबाइल मास्टरजी विकसित किया है। इससे बच्चों की पढ़ाई आसान और सुगम हो सकेगी। इसका इस्तेमाल बच्चे स्मॉर्टफोन के माध्यम से कर सकेंगे। इसे आईआईटी कानपुर के प्रो. जनकराजन रामकुमार, डॉ. अमनदीप सिंह, अनिल झा, वीरेंद्र सिंह और जितेंद्र शर्मा ने मिलकर बनाया है।

आईआईटी कानपुर के शोधकर्ताओं का कहना है कि कोविड-19 ने शिक्षा प्रणाली, विशेष रूप से कक्षा शिक्षण में ठहराव ला दिया है। ग्रामीण भारत में छात्र इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। इमेजिनरी लेबोरेटरी, IIT कानपुर ने इसे देखते हुए एक सेटअप विकसित किया है। इसमें स्मार्टफोन का उपयोग करते हुए शिक्षकों द्वारा लेक्चर और निर्देश को रिकॉर्ड किया जा सकता है। इसे 'मोबाइल मास्टरजी' नाम दिया गया है।

मोबाइल मास्टरजी की खासियत है कि यह क्षैतिज (तालिका) और ऊर्ध्वाधर (ब्लैकबोर्ड) स्थितियों में वीडियो को कैप्चर कर सकता है। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने बताया कि यह उत्पाद हल्का और कॉम्पैक्ट है। इसकी खूबी यह है कि इसमें बच्चों को निर्देश देने के लिए शीट/पुस्तक फिट करने के लिए उचित समायोजन की व्यवस्था है। यह गैजेट घर के वातावरण के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। यह “मोबाइल मास्टरजी” शिक्षकों को उनके विद्यार्थियों से जोड़ता है। इसका फायदा लाइव लेक्चर के दौरान तब मिलता है, जब वे बच्चों से सीधे जुड़ पाते हैं। इससे बच्चों के हावभाव को भी सीधे देखा और पढ़ा जा सकता है। वे टॉपिक को समझ पा रहे हैं या ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं, इसकी भी परख की जा सकती है।

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर डॉ. अमनदीप सिंह का कहना है कि कोरोना ने बच्चों की पढ़ाई को गंभीरता से प्रभावित किया है। स्कूल एजुकेशन को बच्चों तक पहुंचाने के लिए बनाए गए मोबाइल मास्टर जी के जरिए रिकॉर्डिंग कर बच्चों तक लेक्चर पहुंचाया जा सकता है। इसमें ए-फोर शीट को फिक्स किया जा सकता है। इसका फायदा यह है कि मोबाइल को किसी भी पॉजिशन पर सेट किया जा सकता है। इसकी आर्म की लेंथ बड़ी या छोटी की जा सकती है। हमें उम्मीद है कि यह सस्ता और पोर्टेबल डिवाइस बच्चों के लिए काफी काम आएगी। 

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