IIT Guwahati: प्रधानमंत्री ने आईआईटी गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को किया संबोधित, कहा कि लोकल रिसर्च के साथ ग्लोबल टेक्नोलॉजी का भी ध्यान रखना जरूरी है

IT Guwahati नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर चर्चा करने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा की इसका उद्देश्य विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपसों को देश में खोलना है। ताकि भारत के स्टूडेंट्स को बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े।

By Nandini DubeyEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 02:17 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 02:17 PM (IST)
IIT Guwahati: प्रधानमंत्री ने आईआईटी गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को किया संबोधित, कहा कि लोकल रिसर्च के साथ ग्लोबल टेक्नोलॉजी का भी ध्यान रखना जरूरी है
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (Indian Institute of Technology, Guwahati)

IIT Guwahati: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आईआईटी गुवाहाटी में 22वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। पीएम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि महामारी के दौर में शैक्षिक सत्र को संचालित करना, अनुसंधान कार्य को जारी रखना बहुत कठिन रहा है। लेकिन, फिरभी आपने ये सफलता हासिल की है। देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आपके इस प्रयास और योगदान के लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज के युवा जो सोचते हैं, उसी से राष्ट्र के भविष्य का निर्माण होता है। आपके सपने भारत की वास्तविकता को आकार देंगे। आपका समय अब भविष्य के लिए तैयार होने का है। वहीं, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर चर्चा करते हुए पीएम ने कहा की इसका उद्देश्य विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपसों को देश में खोलना है। ताकि, भारत के स्टूडेंट्स को बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े। पीएम ने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि आपने इस क्षेत्र में समय बिताया है, ऐसे में अपनी रिसर्च में यहां की समस्याओं को दूर करें। उन्होंने छात्रों को सोलर एनर्जी, टूरिज्म इंडस्ट्री समेत अन्य क्षेत्रो में कार्य करने की सलाह दी।

बता दें कि प्रधानमंत्री ने आईआईटी गुवाहाटी से अपने यहां एक सेंटर बनाने की अपील की। जो प्राकृतिक आपदाओं के संबंध में कार्य करे और बचाव के लिए उपायों की खोज करे। उन्होंने कहा कि लोकल रिसर्च के साथ-साथ ग्लोबल टेक्नोलॉजी का भी ध्यान रखना आवश्यक है। इस बार आईआईटी दीक्षांत समारोह एक वर्चुअल रियलिटी मोड में आयोजित किया गया है। इस समारोह के दौरान बीटेक, एमटेक समेत अन्य पाठ्यक्रमों के छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी। दीक्षांत समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल समेत अन्य शामिल हुए।

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