शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा सिस्टम में किया बड़ा बदलाव, जानें क्या है पास-फेल का नया फार्मूला
हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड ने राज्य में परीक्षा सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है। बोर्ड ने अब पास और फेल करने का नया फार्मूला बनाया है।
भिवानी, [बलवान शर्मा]। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा सिस्टम और परिणाम तय करने के फार्मूले में बदलाव किया है। बोर्ड ने आंतरिक मूल्यांकन में घालमेल रोकने के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। अब एक विषय में फेल होने पर ही कंपार्टमेंट दिया जाएगा और एक से अधिक विषयों में फेल होने पर फेल कर दिया जाएगा। इससे परीक्षा परिणामों पर काफी असर पड़ने की संभावना है।
संशोधित वार्षिक परिपत्र 2018-19 जारी करते हुए बोर्ड ने नए मापदंड निर्धारित कर दिए गए हैं। अब कॉपी राइटिंग भी चेक किया जाएगा।। हालांकि इस बार दसवीं एवं बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं में इंटरनल असेसमेंट के अंक निर्धारण का कार्य स्कूल स्तर पर ही रहेगा, वहीं इसके कुल अंक 20 निर्धारित किए गए हैं
शिक्षा बोर्ड ने जारी किया संशोधित वार्षिक परिपत्र, सभी 20 अंकों में मापदंड किए निर्धारित
परिपत्र में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि शिक्षा विभाग द्वारा एमआइएस पोर्टल पर जो विषय दर्शाए गए हैं, छात्रों को वे ही विषय चुनने होंगे। बारहवीं कक्षा के साइंस ग्रुप में साइंस के अलावा चार अन्य विषय लेने अनिवार्य हैं।
ये होंगे इंटरनल असेसमेंट के मापदंड
1. स्टूडेंट असेसमेंट- 10 अंक
2. उपस्थिति -5 अंक
3. प्रोजेक्ट बेस लर्निंग- 5 अंक होंगे।
कुल अंक - 20 ।
विषय वार
थ्योरी अंक प्रै. अंक आइएनए अंक कुल
हिंदी 80 00 20 100
गणित 80 00 20 100
फिजिक्स 70 30 00 100
केमिस्ट्री 70 30 00 100
बायोलॉजी 70 30 00 100
होम साइंस 60 20 20 100
कृषि 60 20 20 100
जियोग्राफी 60 20 20 100
बायोटेक्नालॉजी 60 20 20 100
कंप्यूटर साइंस 40 40 20 100
यह रहेगी व्यवस्था
आइटीइएस, आटोमोबाइल, सिक्योरिटी सर्विस, रिटेल इंडस्ट्री बिजनेस, ब्यूटी एंड वेलनेस, फिजिकल एजूकेशन एंड स्पोट्र्स, पेशेंट केयर असिसटेंट, ट्रेवल, ट्यूरिज्म एंड होस्पिटलेटी, एग्री पेडी फार्मिग व मीडिया एनिमेशन विषयों में अंकों का निर्धारण थ्योरी के 30, प्रैक्टिकल के 50, इंटरनल असेसमेंट के 20 अंक निर्धारित किए गए हैं।
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'' आंतरिक मूल्यांकन के लिए अब मापदंड निर्धारित कर दिए गए हैं। इससे अंकों का घालमेल नहीं हो सकेगा। साथ ही यह भी व्यवस्था की गई है कि सैंपल के तौर पर प्रदेश के एक हजार छात्रों की कापी बोर्ड मुख्यालय पर मंगवाई जाएगी, ताकि उनकी कॉपी राइङ्क्षटग की जांच की जा सके।
- डाॅ. जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड।