School Reopening 2020: 285 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों को खोले जाने की कवायद शुरू, जनजातीय कार्य मंत्रालय ने राज्यों से मांगी जिलेवार योजना; 73,391 छात्र पंजीकृत

Eklavya Model Residential School Reopening 2020 26 फरवरी 2020 तक कुल 462 खण्डों की पहचान की जा चुकी है जहां ईएमआरएस खोले जाने हैं इनमें से 285 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) चल रहे हैं इनमें वर्ष 2019-20 में 73391 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।

By Rishi SonwalEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 12:02 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 12:02 PM (IST)
School Reopening 2020: 285 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों को खोले जाने की कवायद शुरू, जनजातीय कार्य मंत्रालय ने राज्यों से मांगी जिलेवार योजना; 73,391 छात्र पंजीकृत
“इस विद्यालयों में उच्चतर कक्षाओं, 11वीं और 12वीं के छात्रों से शुरूआत की जा सकती है।“

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Eklavya Model Residential School Reopening 2020: एक तरफ जहां देश में अनलॉक 5 के लिए दिशा-निर्देश आज जारी होने जा रहे हैं, जिसमें स्कूलों को उच्चतर कक्षाओं को सामान्य रूप से खोले जाने की संभावना जताई जा रही है, वहीं दूसरी ओर देश में जनजातीय छात्र-छात्रों  के बने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) को भी फिर से खोलने की कवायद शुरू हो गयी है। इकनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार केंद्र सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों को अपने सीमा में स्थिति सभी ईएमआरएस को खोले जाने के लिए जिलेवार योजना मांगी गयी है।

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मंत्रालय सचिव के दीपक खांडेकर ने कहा, “हमने सभी राज्यों को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों को फिर से खोलने के लिए योजना बनाने को कहा है। इस निर्णय का पालन सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारी द्वारा किया जाएगा। यदि जिला प्रशासन की तरफ से अनुमति मिलती है तो हमें देर नहीं करनी चाहिए। इस विद्यालयों में उच्चतर कक्षाओं, 11वीं और 12वीं के छात्रों से शुरूआत की जा सकती है और इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य छात्रों को बुलाया जा सकता है।“

हालांकि, जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा स्कूलों को खोले जाने को लेकर किसी निश्चित तिथि की जानकारी नहीं दी गयी। सचिव के अनुसार यह राज्यों पर निर्भर होने के कारण कोई निश्चित तिथि नहीं बतायी जा सकती है।

एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस)

बता दें कि देश में जनजातीय जनसंख्या के बच्चों के लिए उनके अपने परिवेश में गुणवत्तायुक्त शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) की वर्ष 1998-99 से स्थापना की जा रही है। वर्ष 2018-19 के बजट में जिन इलाकों में जनजातीय आबादी 50 फीसदी (कम से कम 20,000) से अधिक हैं, वहां वर्ष 2022 तक एक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (कुल 722) की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। ईएमआरएस में 480 छात्रों को रिहायशी सुविधाओं के साथ शिक्षा दी जा सकती है। “हर एक काम, देश के नाम” के उद्देश्य से बने ईएमआरएस को लेकर जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने जानकारी दी कि 26 फरवरी 2020 तक कुल 462 खण्डों की पहचान की जा चुकी है जहां ईएमआरएस खोले जाने हैं, इनमें से 285 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) चल रहे हैं, इनमें वर्ष 2019-20 में 73,391 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। ईएमआरएस के नियमों के अनुसार इन विद्यालयों में छात्रों और छात्रों के लिए सीटों की संख्या बराबर-बराबर रखी गयी है।

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