अगले साल से दिल्ली यूनिवर्सिटी में बदल जाएंगे दाखिले के नियम, जानें अब कैसे मिलेगा प्रवेश

सीयूसीईटी को अपनाने का प्रस्ताव विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद और अकादमिक परिषद के समक्ष रखा जा सकता है। इन सभी कदमों पर विचार किया जा रहा हैक्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय को यूजीसी से इस संबंध में पत्र भेजा गया है।

By Nandini DubeyEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 12:18 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 12:20 PM (IST)
अगले साल से दिल्ली यूनिवर्सिटी में बदल जाएंगे दाखिले के नियम, जानें अब कैसे मिलेगा प्रवेश
दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University, DU) में अब दाखिले के नियम बदल जाएंगे।

दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University, DU) में अब दाखिले के नियम बदल जाएंगे। डीयू यूजी-पीजी प्रोगाम में प्रवेश के लिए अगले शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (Common Entrance Test, CUCET) का आयोजन कर सकता है। यूजीसी के हाल ही में दिए गए निर्देशानुसार डीयू अगले शैक्षणिक सत्र से अंडरग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन प्रोगाम में दाखिले के लिए टेस्ट का आयोजन कर सकता है। हालांकि अभी इस संबंध में कोई फाइनल फैसला नहीं लिा जा सका। उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी जल्द ही इस संबंध में फैसला ले सकती है। वहीं अगर यह फैसला लागू हो जाता है तो फिर स्टूडेंट्स को हाईकटऑफ की टेंशन नहीं रहेगी। छात्र-छात्राएं अपने मनचाहे कोर्स के लिए आयोजित होने वाली एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होकर उसके स्कोर के आधार पर यूनिवर्सिटी में दाखिला ले सकते हैं।

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वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फैसले पर जल्द ही चर्चा होने की उम्मीद है। संभावना है कि सीयूसीईटी को अपनाने का प्रस्ताव विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद और अकादमिक परिषद के समक्ष रखा जा सकता है। इन सभी कदमों पर विचार किया जा रहा है। क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय को यूजीसी से इस संबंध में पत्र भेजा गया है।

वहीं CUCET परीक्षा के संबंध में डीयू के अधिकारियों में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुछ शिक्षकों और अधिकारियों ने इस तरह की प्रवेश परीक्षा की वैधता पर सवाल उठाया है और चिंता जताई है, जबकि कुछ ऐसे भी हैं जो इस टेस्ट के बारे में सकारात्मक हैं। वहीं इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक अपडेट कर सकते हैं। यूजीसी ने इस संबंध में यूनिवर्सिटी के कुलपति ने पत्र लिखा है। ऐसे में यूनिवर्सिटी इस संबंध पर विचार कर रही है।  

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