CBSE Syllabus 2020-21: एचआरडी मंत्री ने शिक्षा से राजनीति छोड़ने की अपील की

CBSE Syllabus 2020-21 एचआरडी मंत्री ने कहा कि सीबीएसई पाठ्यक्रम से कुछ विषयों के बहिष्करण पर बहुत सारी असंबद्ध टिप्पणियां की गई हैं।

By Rishi SonwalEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 01:00 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 01:02 PM (IST)
CBSE Syllabus 2020-21: एचआरडी मंत्री ने शिक्षा से राजनीति छोड़ने की अपील की
CBSE Syllabus 2020-21: एचआरडी मंत्री ने शिक्षा से राजनीति छोड़ने की अपील की

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने हाल ही में सीबीएसई के सिलेबस में से कुछ विषयों को हटाए जाने को लेकर कई ट्वीट्स किए हैं। उन्होंने कहा है कि सीबीएसई पाठ्यक्रम से कुछ विषयों के बहिष्करण पर बहुत सारी असंबद्ध टिप्पणियां की गई हैं। इन टिप्पणियों के साथ समस्या यह है कि वे एक झूठी कहानी को चित्रित करने के लिए चुनिंदा विषयों को जोड़कर सनसनीखेज का सहारा लेते हैं।  बहिष्करण परीक्षा के लिए एक बार का उपाय है। हालांकि, राष्ट्रवाद, स्थानीय सरकार, संघवाद जैसे तीन से चार विषयों का बहिष्कार करना आसान है और एक मनगढ़ंत कहानी का निर्माण, विभिन्न विषयों का एक व्यापक प्रदर्शन दिखाएगा कि यह विषयों में हो रहा है।

एचआरडी मंत्री ने कहा कि सीबीएसई के सिलेबस में 30 प्रतिशत तक की कटौती का एकमात्र उद्देश्य छात्रों के मानसिक तनाव को काम करना है। पाठ्यक्रमों में कटौती करने के बाद नए पाठ्यक्रमों का चयन विषय विशेषज्ञों व शिक्षाविदों से सुझाव मांगे जाने के बाद ही किया गया है। यह हमारा विनम्र निवेदन है कि आइए हम शिक्षा से राजनीति छोड़ें और अपनी राजनीति को और अधिक शिक्षित बनायें।

बता दें कि कोरोना संकट के बीच सीबीएसई ने कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रम को 30 फीसद तक कम करके भले ही छात्रों को राहत देने की कोशिश की गई है, लेकिन इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। वैसे तो सीबीएसई ने करीब 190 विषयों के पाठ्यक्रमों को कम किया है, लेकिन सबसे अधिक चर्चा सोशल स्टडीज (एसएसटी), पॉलिटिकल साइंस और बिजनेस स्टडीज जैसे विषयों से हटाए गए चैप्टरों को लेकर है। फिलहाल, इन विषयों से जो अहम चैप्टर हटाए गए हैं, उनमें राष्ट्रवाद, नागरिकता, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक अधिकार, फूड सिक्योरिटी जैसे चैप्टर शामिल हैं।

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