CBSE Exams 2022: सीबीएसई ने माफ किया इन स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा और रजिस्ट्रेशन शुल्क, चेक करें डिटेल
CBSE Exams 2022 कोविड महामारी की वजह से अपने माता-पिता को खो चुके स्टूडेंट्स के लिए सीबीएसई ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। बोर्ड ने इन स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा शुल्क के साथ-साथ रजिस्ट्रेशन शुल्क को माफ कर दिया है।
CBSE Exams 2022: कोविड-19 महामारी ने देश पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। स्टूडेंट्स पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक अहम निर्णय लिया है। सीबीएसई ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए एक विशेष उपाय के रूप में, यह निर्णय लिया है कि जिन छात्रों ने कोविड के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है, उन्हें परीक्षा शुल्क और पंजीकरण शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। इस संबंध में सीबीएसई ने अपने ऑफिशियल वेबसाइट पर एक सर्कुलर जारी किया है।
सीबीएसई ने फैसला किया है कि उन स्टूडेंट्स से न तो परीक्षा शुल्क और न ही पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा, जिन्होंने महामारी के कारण अपने माता-पिता या surviving parent या लीगल गार्डियन/adoptive parent को खो दिया है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, बोर्ड से संबद्ध स्कूलों को ऐसे छात्रों का विवरण प्रदान करना आवश्यक है। स्कूलों को ऐसे स्टूडेंट्स की सत्यता की पुष्टि के बाद LOC जमा करने के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं, बोर्ड ने यह भी कहा है कि 10वीं और 12वीं परीक्षा 2021-22 के लिए स्कूलों को एलओसी के लिए 30 सितंबर, 2021 तक बिना विलंब शुल्क के और 9 अक्टूबर, 2021 तक विलंब शुल्क के साथ डेटा संग्रह पूरा करना आवश्यक है।
बता दें कि सीबीएसई द्वारा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2022 के तहत टर्म 1 परीक्षा का आयोजन नवंबर, 2021 में किया जाएगा। टर्म 1 परीक्षा के डेटशीट लिए जल्द ही जारी किए जाने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कक्षा 10 और 12 बोर्ड एग्जाम (टर्म 1) के लिए 10 अक्टूबर तक टाइम टेबल जारी किया जाएगा। वर्ष 2022 के लिए, सीबीएसई बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 और कक्षा 12 दोनों के लिए दो फेज, यानी दो टर्म में आयोजित की जाएगी। नवंबर-दिसंबर में टर्म 1 परीक्षा और मार्च-अप्रैल में टर्म 2 परीक्षा का आयोजन होगा। सीबीएसई ने कोविड-19 महामारी के कारण सेशन 2021-22 के लिए दो टर्म में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का आयोजन करने का निर्णय लिया था। दोनों टर्म की परीक्षाओं में सिलेबस का 50 फीसदी हिस्सा होगा।