तकनीक की बुनियाद डाटा साइंटिस्ट, जानिए क्या हैं रोजगार के अवसर
इंटरनेशनल डाटा कॉरपोरेशन की एक ताजा स्टडी के अनुसार, 2027 तक बिग डाटा की स्किल्स वाले प्रोफेशनल्स की हायरिंग करीब 50 प्रतिशत बढ़ सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। अमेरिका के बाद भारत में इन दिनों डाटा साइंटिस्ट की कहीं ज्यादा मांग है। राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय, सभी तरह की कंपनियों में इनकी सेवाएं लेने की उत्सुकता देखी जा रही हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट्स के आने के बाद इन प्रोफेशनल्स की लोकप्रियता और बढ़ गई है। इंटरनेशनल डाटा कॉरपोरेशन की एक ताजा स्टडी के अनुसार, 2027 तक बिग डाटा की स्किल्स वाले प्रोफेशनल्स की हायरिंग करीब 50 प्रतिशत बढ़ सकती है।
दरअसल, आइओटी, डिवाइसेज, सेंसर्स, बायोमेट्रिक मॉनीटर्स और कंप्यूटर्स आदि के जरिए एकत्रित डाटा इन दिनों दुनियाभर की कंपनियों के लिए बहुत काम का हो गया है। ये डाटा जहां शोध संस्थानों और आइटी कंपनयिों के लिए बड़े काम के होते हैं, वहीं इनके जरिए कंपनियां पूर्वानुमान लगाकर अपनी सेल्स स्ट्रेटेजी को और मजबूत बना सकती हैं। अभी इस तरह के डाटा का उपयोग बहुत अधिक नहीं हो पा रहा है, क्योंकि मार्केट की जरूरत के अनुसार इस क्षेत्र में उतने ट्रेंड लोग नहीं हैं। आने वाले दिनों में इनका बहुत महत्व होगा।
ऑनलाइन और हाइब्रिड एजुकेशन कंपनी ग्रेट लर्निंग की एक ताजा स्टडी रिपोर्ट की मानें, तो इस एरिया में जितने लोग नौकरी ढूंढ़ रहे हैं, उससे दोगुनी नौकरियां मार्केट में हैं। जुलाई में आई नैसकॉम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में विभिन्न सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) और बिग डाटा एनालिटिक्स सेगमेंट में करीब 1.4 लाख नौकरियों की जगह खाली है, जबकि कुल मांग 5.1 लाख कर्मचारियों की है।
बदलते जमाने की जॉब
सैलरी डॉट कॉम की ओर से हाल में नए जमाने की जिन टॉप 10 नौकरियों की लिस्ट जारी की गई, उसमें डाटा एनालिस्ट का पद भी शामिल है, जहां लोगों को शुरुआत से ही सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। पिछले दो साल में इस क्षेत्र में नौकरियों की संख्या भी करीब दोगुनी तक बढ़ी है। आगे भी इस जॉब की बहुत डिमांड रहने वाली है, जहां कंपनियों में इन प्रोफेशनल्स की भूमिका एक डिटेक्टिव की तरह होगी, जिन्हें आइओटी, डिवाइसेज, सेंसर्स, बायोमेट्रिक मॉनीटर्स, कंप्यूटर्स और सर्वर आदि के जरिए एकत्रित डाटा की तह में जाकर कंपनियों के लिए उपयोगी सूचनाएं निकालनी होंगी।
लगातार बढ़ते मौके
डाटा एनालिस्ट की आज सरकारी और प्राइवेट दोनों ही क्षेत्रों में डिमांड है। अभी इनकी मांग गूगल, लिंक्डइन, फेसबुक, ट्विटर, ई-कॉमर्स जैसी कंपनियों में है, जहां डाटा स्टोर करने का कार्य होता है। लेकिन इंटरनेट के इस दौर में जिस तेजी से डाटा बढ़ता जा रहा है और डाटा विश्लेषण की मांग बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं है कि आने वर्षों में इनकी जरूरत हर इंडस्ट्री को होगी।
कोर्स एवं योग्यता
अभी के जॉब ट्रेंड की बात करें, तो करीब 92 प्रतिशत डाटा साइंटिस्ट वही प्रोफेशनल्स बन रहे हैं, जिनके पास कोई एडवांस डिग्री है और जो गणित, स्टैटिस्टिक्स में रुचि रखने के साथ-साथ रूबी, पायथन जैसी प्रोग्रामिंग स्किल भी रखते हैं। इसके अलावा, बीई/बीटेक, एकाउंटिंग या फिर कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट युवा भी इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। हाल के दिनों में आइआइटीज समेत देश की कई निजी यूनिवर्सिटीज में बीटेक डाटा साइंस और एमटेक डाटा साइंस के रूप में अलग से कोर्स शुरू किए गए हैं। इसी तरह जिग्सा, एनालिटिक्सलैब जैसे कुछ इंस्टीट्यूट भी ऑनलाइन माध्यम से बिग डाटा एनालिटिक्स में शॉर्ट टर्म कोर्स करा रहे हैं।
सैलरी पैकेज
बिग डाटा एनालिटिक्स आज का हाईपेइंग जॉब है। यहां शुरुआत में ही युवाओं को कई कंपनियां 10 से 12 लाख रुपये तक सालाना पैकेज ऑफर कर रही हैं। ताजा आंकड़े के अनुसार, बड़ी-बड़ी कंपनियों में इस क्षेत्र के अनुभवी लोग सालाना 60-65 लाख रुपये तक का पैकेज पा रहे हैं।