UP Board 12th results: 12वीं में कम नंबर से न हों निराश राहें और भी हैं...

यदि आपके बच्चे के 12वीं में कम नंबर आते हैं या वह उसे पास नहीं कर पाता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसके लिए आगे की राहें बंद हो गई हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Fri, 26 Apr 2019 09:55 PM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 09:55 PM (IST)
UP Board 12th results: 12वीं में कम नंबर से न हों निराश राहें और भी हैं...
UP Board 12th results: 12वीं में कम नंबर से न हों निराश राहें और भी हैं...

 नई दिल्ली [विवेक भटनागर]। दिल्ली की शैली चौधरी के 12वीं में कम नंबर होने की वजह से उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के किसी भी कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला था। लेकिन शैली ने हार नहीं मानी। उन्होंने आगे की पढ़ाई डीयू के ओपन स्कूलिंग (एसओएल) से की। शैली ने ईस्ट लोनी रोड, शाहदरा के सरकारी स्कूल से 12वीं पास की थी। 12वीं में 67 पर्सेंट मार्क्स आए थे।

जब उन्हें इन नंबरों के आधार पर डीयू के किसी कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला, तो उन्होंने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में बीकॉम प्रोग्राम कोर्स में ऐडमिशन लिया और सीए की तैयारी भी शुरू कर दी। उन्होंने न सिर्फ एसओएल से बीकॉम की डिग्री हासिल की, बल्कि द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के सीए फाइनल एग्जामिनेशन में टॉप किया।

यदि आपके बच्चे के 12वीं में कम नंबर आते हैं या वह उसे पास नहीं कर पाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसके लिए आगे की राहें बंद हो गई हैं। यदि बच्चे को रेगुलर कॉलेज में एडमिशन नहीं मिलता है, तो परेशान नहीं होना चाहिए। आगे की पढ़ाई की और साथ ही करियर ऑप्शंस की भी कमी नहीं है। यह भी एक सच्चाई है कि जिस तरह से यूनिवर्सिटी की कटऑफ ऊंची होती जा रही है, उसे देखते हुए सभी स्टूडेंट्स को रेगुलर कोर्सेज में प्रवेश मिलना संभव भी नहीं है। ऐसे में स्टूडेंट्स को और उनके माता-पिता को परेशान नहीं होना चाहिए। डिस्टेंस एजुकेशन से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स भी बहुत कामयाब होते हैं।

ओपन लर्निंग के फायदे

ओपन लर्निंग या डिस्टेंस एजुकेशन के जो मान्य संस्थान हैं, उनसे मिलने वाली डिग्री की मान्यता यूनिवर्सिटी के रेगुलर कोर्सेज के समकक्ष ही होती है। ओपन लर्निंग का फायदा यह है कि आप कोई और काम करते हुए, नौकरी करते हुए या कोई अन्य कोर्स करते हुए भी इसमें एडमिशन ले सकते हैं। इनमें आमतौर पर एडमिशन की

प्रक्रिया, फीस जमा करने की प्रक्रिया, डॉक्युमेंट व एसाइनमेंट सबमिट करने की प्रक्रिया सब ऑन लाइन होती है। आप इसमें सब कुछ घर बैठे ही कर सकते हैं। रेगुलर कोर्सेस की अपेक्षा फीस बहुत कम होती है और आप अपनी सुविधानुसार विषयों का चयन और पढ़ाई कर सकते हैं। कुछ में वीकेंड क्लासेज और ई-क्लासेज की भी सुविधा होती है। ओपन लर्निंग के लिए इन संस्थानों में एडमिशन लिया जा सकता है -

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू)

देश की यह पहली ओपन यूनिवर्सिटी है। इसकी सर्वाधिक प्रतिष्ठा है। इग्नू में भी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर पढ़ाई के काफी अवसर उपलब्ध हैं। हर साल लाखों की संख्या में इसमें स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड होते हैं। पारंपरिक कोर्सेज के अलावा यहां नए जमाने के विभिन्न कोर्सेज चलाए जाते हैं।

स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल)

स्टूडेंट्स का फेवरेट ओपन स्कूल है दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्कूल ऑफ ओपन लर्निग यानी एसओएल। यहां रेगुलर क्लास नहीं होती। एडमिशन के बाद स्टूडेंट्स को तुरंत ही स्टडी मैटीरियल दे दिया जाता है। इसके बाद उन्हें सीधे-सीधे एनुअल एग्जाम में बैठना होता है। एसओएल के बीए और बीकॉम प्रोग्राम में सिर्फ 40 परसेंट

माक्र्स होने पर ही एडमिशन मिल जाता है। इसमें पॉलिटिकल साइंस, इंग्लिश और बीकॉम आनर्स में भी एडमिशन आसानी से मिल जाता है, लेकिन कई सब्जेक्ट्स में 12वीं क्लास में कम से कम 45 से 50 परसेंट या इससे ज्यादा की जरूरत पड़ती है।

राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी

यहां से आप ग्रेजुएशन कर सकते हैं। आम तौर पर स्टूडेंट्स को ग्रेजुएशन करने के बाद किसी खास सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन की जरूरत पड़ती है। इसलिए यहां बीसीए, एमसीए के लिए भी खास तौर से यह यूनिवर्सिटी जानी जाती है।

सिम्बॉयोसिस ओपन यूनिवर्सिटी

ओपन यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट करना हो, तो यह संस्थान बेस्ट है। नॉर्मल स्टूडेंट्स को डिस्टेंस एजुकेशन कराने के अलावा कॉरपोरेट एम्प्लॉयीज के लिए भी यहां कोर्स है।

अन्नामलाई ओपन यूनिवर्सिटी

इस पुरानी यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस लर्निं के करीब 400 प्रोग्राम्स हैं। यहां बीए से लेकर इंजीनियरिंग, मेडिकल, पीएचडी तकरीबन हर स्ट्रीम के कोर्सेज कराए जाते हैं।

सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी

यह यूनिवर्सिटी एमबीए, एमसीए, बीबीए, बीसीए के लिए खास तौर पर जानी जाती है। यहां स्कॉलरशिप भी मिलती है। 

और भी हैं ओपन लर्निंग के केंद्र... 

-डॉ. बी आर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी हैदराबाद

-कृष्णकांत हांडिक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी, गुवाहाटी

-नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, पटना

-वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी, कोटा, राजस्थान

-यशवंत राव चव्हाण महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी, नासिक

-मध्य प्रदेश भोज ओपन यूनिवर्सिटी, भोपाल

-कर्नाटक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी, मैसूर, कर्नाटक,

-नेताजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी, कोलकाता

-तमिलनाडु ओपन यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु

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