10th & 12th Pre-Board Exam 2021: दिल्ली के स्कूलों में 10वीं और 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम हो सकते हैं मार्च और अप्रैल में
10th 12th Pre-Board Exam 2021 प्री-बोर्ड परीक्षाओं को जल्द आयोजित किये जाने का प्रस्ताव रखा गया है। कक्षा 12 के लिए प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 20 मार्च से 15 अप्रैल तक और 10वीं के लिए प्री-बोर्ड 1 से 15 अप्रैल तक आयोजित किये जा सकते हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। 10th & 12th Pre-Board Exam 2021: विभिन्न केंद्रीय बोर्ड्स से सम्बद्ध राजधानी के सरकारी और वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ निजी स्कूलों को 10वीं और 12वीं कक्षाओं के स्टूडेंट्स के लिए 18 जनवरी से खोले जाने की छूट दे दी गयी है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा इन दोनो ही कक्षाओं की बोर्ड परीक्षा से पहले प्री-बोर्ड परीक्षाओं को मार्च और अप्रैल माह के दौरान आयोजित किये जाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके अनुसार कक्षा 12 के लिए प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 20 मार्च से 15 अप्रैल तक और 10वीं के लिए प्री-बोर्ड 1 से 15 अप्रैल 2021 तक आयोजित किये जा सकते हैं।
हालांकि, दूसरी तरफ विभिन्न शिक्षाविदों द्वारा 10वीं और 12वीं की कक्षाओं के लिए बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन से पहले कम से कम 100 दिनों तक आयोजन का सलाह दिया जाता रहा है। राजधानी के स्कूलों को सोमवार से खोले जाने के बाद इन स्टूडेंट्स को अपनी बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ प्री-बोर्ड की तैयारियों में टीचर्स की बेहतर मदद मिल सकेगी।
हालांकि, कई पैरेंट्स द्वारा स्कूलों को खोले जाने का विरोध किये जाने की भी खबरे आ रही हैं। लेकिन विभिन्न स्कूलों द्वारा राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया जा रहा है। स्कूलों का मानना है कि इससे स्टूडेंट्स की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में मदद मिलेगी और उनका एग्जाम स्ट्रेस कम होगा। भले ही यह स्टूडेंट्स को भेजना पैरेट्स के लिए ऑप्शनल रखा गया है लेकिन स्कूलों को पैरेंट्स के पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिलने की खबरे आ रही हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, शालीमार बाग स्थित मॉडर्न पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल अलका कपूर के अनुसार ने इस सम्बन्ध में कहा, “स्टूडेंट्स को बुलाने की छूट दिये जाने के निर्णय से उनकी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में मदद मिलेगी। स्कूलों द्वारा कई इंतजाम किये गये हैं ताकि स्टूडेंट्स को संक्रमण से बचा कर रखा जाए। इन स्टूडेंट्स के पास संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा विकल्प है अपने पैरेंट्स या गार्जियन के साथ निजी वाहनों से स्कूल आने-जाने की व्यवस्था हो।”