भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में वरवरा राव पुलिस हिरासत में
Bhima Koregaon case. तेलुगु कवि और माओवादी समर्थक वरवर राव को पुणे पुलिस ने हैदराबाद स्थित उनके आवास से हिरासत में लिया था।
पुणे, एजेंसी। तेलुगु कवि और माओवादी समर्थक वरवर राव को पुणे सत्र न्यायालय ने 26 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुणे पुलिस ने हैदराबाद स्थित उनके आवास से शनिवार देर शाम हिरासत में ले लिया था। अभी तक राव घर पर नजरबंद थे।
सहायक पुलिस आयुक्त और जांच अधिकारी शिवाजी पवार ने बताया कि हैदराबाद हाई कोर्ट द्वारा बढ़ाई गई राव की नजरबंदी की मियाद 15 नवंबर को पूरी हो गई थी। शुक्रवार को हैदराबाद की अदालत ने पुणे पुलिस द्वारा ट्रांजिट वारंट के खिलाफ दायर की गई राव की अर्जी को खारिज कर दिया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने अगस्त में कई जगह छापे मारे थे, जिसके बाद वरवर राव को हैदराबाद से, फरीदाबाद से सुधा भारद्वाज और दिल्ली से गौतम नवलखा को गिरफ्तार किया था। जबकि ठाणे से अरण फरेरा और गोवा से वेरनन गोंजाल्विस को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में हाई कोर्ट ने गौतम नवलखा को रिहा कर दिया था। पुलिस का आरोप था कि इन पांचों का संबंध उन माओवादियों से है, जिन्होंने पिछले साल 31 दिसंबर को यलगार परिषद का आयोजन किया था। पुलिस का आरोप है कि परिषद का ही भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक के पास हिंसा भड़काने में हाथ रहा है।