महाराष्ट्र में टीचर्स-डे तक होगा सभी टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ का वैक्सीनेशन, तभी खुल सकेंगे स्कूल
महाराष्ट्र सरकार की योजना है कि राज्य में 5 सितंबर तक सभी टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ का टीकाकरण कर दिया जाये। उसके बाद ही स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा। टीकाकरण के लिए एक राज्य में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा।
मुंबई, मिड डे/एजेंसियां। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार की योजना 5 सितंबर (Teacher's Day) तक सभी टीचिंग और नान टीचिंग कर्मचारियों (Teaching and Non -Teaching staff) का कोविड-19 के खिलाफ पूरी तरह से टीकाकरण किए जाने की है। यह स्कूलों को फिर से खोलने की दिशा में पहला कदम होगा।
जालना में पत्रकारों से बात करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि इसके लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। राजेश टोपे ने कहा जिन जिलों में कोई पाजिटिव मामला नहीं है वहां स्कूलों को खोला जा सकता है। टोपे का कहना है कि आगामी त्योहारों के मौसम को देखते हुए सरकार सतर्क हो रही है। गौरतलब है कि केरल में बीते दिनों हुए ओणम समारोह के बाद एक ही दिन में कोरोना संक्रमण के 31 हजार मामले आने के बाद सतर्क होना बेहद जरूरी है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से मिली जानकारी के अनुसर इसके लिए राज्य के जिला कलेक्टरों और स्थानीय अधिकारियों को आदेश दे दिया गया है। इस खास वैक्सीनेशन अभियान के लिए राज्य में 12 हजार डाक्टरों की भर्ती भी की जा रही है, साथ ही 7 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों की भर्ती भी की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए आक्सीजन का उत्पादन और अस्पताल में बेड की संख्या भी बढ़ा रहे हैं। टोपे ने बताया की मरीजों के लिए 1000 नई एम्बुलेंस खरीदी गई हैं इसके साथ आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में 1500 रुपये की वृद्धि (ASHA workers Salary Increment) को भी मंजूरी दे दी गई है। इसके चलते 71 हजार आशा कार्यकर्ता लाभान्वित होंगे। इसके लिए लगभग 275 करोड़ रुपये बजट में शामिल किए जाएंगे।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का नया वेरिएंट तेजी से पैर पसारता नजर आ रहा है। जिसके साथ ही की तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। राज्य में अब तक डेल्टा प्लस वेरिएंट के 27 नए मामले आये हैं जिसके बाद से ही सरकार की चिंता बढ़ गई है। बता दें कि अब तक महाराष्ट्र के 22 जिलों में कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant)अपनी पकड़ बना चुका है।