Maharashtra: उद्धव ठाकरे बोले, हिंदुत्व कोई कंपनी नहीं है

Maharashtra उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि हिंदुत्व कोई कंपनी नहीं है जैसा कि वे कहते हैं शिवसेना ने इसलिए छोड़ दिया क्योंकि हमने (कांग्रेस और राकांपा के साथ) सरकार बनाई थी। हिंदुत्व दिल से आता है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:20 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:03 PM (IST)
Maharashtra: उद्धव ठाकरे बोले, हिंदुत्व कोई कंपनी नहीं है
उद्धव ठाकरे बोले, हिंदुत्व कोई कंपनी नहीं है। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि हिंदुत्व कोई कंपनी नहीं है, जैसा कि वे कहते हैं शिवसेना ने इसलिए छोड़ दिया क्योंकि हमने (कांग्रेस और राकांपा के साथ) सरकार बनाई थी। हिंदुत्व दिल से आता है। कुछ लोग जानना चाहते हैं कि यह सरकार कब तक चलेगी, हम देखेंगे। लेकिन फिलहाल हमें गरीबों के लिए काम करना है। उद्धव ठाकरे के मुताबिक, शिवसेना पहले से ज्यादा मजबूत बनकर उभरी है। कुछ लोगों को शक्ति खोने के बाद पेट में दर्द हो रहा है। उन्हें अपना ख्याल रखना चाहिए। मैं उन्हें दवा नहीं दे सकता लेकिन मैं उन्हें राजनीतिक दवा दूंगा। 

ममता बनर्जी ने अपने दम पर बंगाल चुनाव जीता

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी ने अपने दम पर पश्चिम बंगाल का चुनाव लड़ा और जीता। तमाम तरह की टिप्पणियों और हमलों के बावजूद बंगालियों ने अपनी इच्छाशक्ति दिखाई। दो शब्दों वंदे मातरम से आजादी की लड़ाई को नया जीवन देने वाले बंगाल ने दिखा दिया कि आजादी के लिए क्या करना चाहिए। जब भी क्षेत्रीय गौरव को खतरा होता है, संघीय ढांचे पर दबाव पड़ता है तो पश्चिम बंगाल इस बात का उदाहरण है कि 'अकेले जाना' क्या है। बंगाल में हर तरह के हमले हुए लेकिन सभी बंगाली गौरव के पक्षधर थे। बंगाल ने एक उदाहरण दिखाया है कि क्षेत्रीय गौरव की रक्षा कैसे की जाती है।

हिंदुत्व की विचारधारा को कभी नहीं छोड़ेंगे

गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर, 2019 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में एलान किया कि वह हिंदुत्व की विचारधारा को कभी नहीं छोड़ेंगे। उद्धव का यह बयान महाविकास अघाड़ी के घटक कांग्रेस और राकांपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है, जिन्होंने शिवसेना के साथ राज्य में गठबंधन सरकार बनाई है। यही नहीं, सरकार चलाने के लिए तीनों दलों के बीच बने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) की भूमिका में ही खासकर 'सेक्यूलर' शब्द का उल्लेख किया गया है।

विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैं अभी भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं, इसे मुझसे अलग नहीं किया जा सकता है।' भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा, 'दिए गए वचन का पालन करना ही मेरे हिंदुत्व का हिस्सा है। जय श्री राम बोलना एवं वचन का पालन न करना हिंदुत्व नहीं है। मैं कल भी अपने हिंदुत्व का पालन करता था, आज भी करता हूं और आगे भी करता रहूंगा।' शिवसेना प्रमुख का इशारा फड़नवीस के उस बयान की तरफ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा ने कभी मुख्यमंत्री पद को साझा करने का वादा नहीं किया था।

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