Money Laundering Case: शिवसेना सांसद भावना गवली फिर नहीं पहुंचीं ईडी के सामने, मांगी मोहलत
Money Laundering Case शिवसेना सांसद भावना गवली के वकील ने बताया कि उन्हें चिकनगुनिया हो गया है जिसका मेडिकल प्रमाणपत्र देते हुए भावना गवली ने ईडी के सामने पेश होने के लिए करीब 15 दिन की मोहलत मांगी है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। शिवसेना सांसद भावना गवली फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने आने से कतरा गई हैं। ईडी ने उन्हें मनी लांड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा था। भावना गवली के वकील ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि उन्हें चिकनगुनिया हो गया है, जिसका मेडिकल प्रमाणपत्र देते हुए भावना गवली ने ईडी के सामने पेश होने के लिए करीब 15 दिन की मोहलत मांगी है। भावना गवली यवतमाल-वाशिम लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना की सांसद हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कुछ सहयोगियों की मदद से महिला उत्कर्ष प्रतिष्ठानम नामक एक न्यास को एक कंपनी में परिवर्तित कर इसमें जमा करोड़ों रुपयों की निकासी की है। इस मामले ईडी ने इसी वर्ष सितंबर में उनके एक सहयोगी सईद खान को पीएमएलए एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। कोर्ट से सईद की हिरासत मांगते हुए ईडी ने आरोप लगाया था कि भावना गवली ने उसकी मदद से धोखाधड़ी करके न्यास को एक निजी कंपनी में बदला और करीब 18 करोड़ रुपये हड़प लिए हैं।
जानें, क्या है मामला
गौरतलब है कि इसी मामले में ईडी भावना गवली से पूछताछ करना चाहती है। इसके लिए ईडी ने पहले चार सितंबर को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। भावना गवली ने तब भी व्यवस्तता का हवाला देकर ईडी के सामने आने से इन्कार कर दिया था। जबकि भावना गवली के वकील का कहना है कि इस मामले में रिपोर्ट खुद भावना गवली की तरफ से दर्ज कराई गई है। पुलिस भावना गवली के इस मामले में आरोपपत्र भी पेश कर चुकी है। जबकि ईडी ने इस मामले में अदालत में कहा है कि उसकी जांच में सात करोड़ रुपये नगदी की चोरी और 18.18 करोड़ रुपये की हेराफेरी की बात सामने आ रही है। ईडी के अनुसार, जिस न्यास को निजी कंपनी में बदला गया है, उसके निदेशकों में सईद खान व भावना गवली की मां शालिनीताई गवली शामिल हैं।