उद्धव की मोदी से मुलाकात के बाद राऊत के सुर बदले, प्रधानमंत्री की तारीफ करते कहा, पीएम देश के शीर्ष नेता
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narender Modi) के बीच बीते दिनों हुई बैठक के बाद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा भाजपा को मिली सफलता का सारा श्रेय मोदी जी को जाता है। प्रधानमंत्री मोदी देश और भाजपा के शीर्ष नेता हैं।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुछ मिनट अकेले में हुई मुलाकात ने महाविकास आघाड़ी में हलचल पैदा कर दी है। भाजपा के प्रति हमेशा तीखे तेवर रखनेवाले शिवसेना नेता संजय राऊत भी आज प्रधानमंत्री की तारीफ करते दिखाई दिए। शिवसेना के रुख में इन बदलावों ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को स्वर्गीय बालासाहब ठाकरे की दुहाई देने पर मजबूर कर दिया है।
अक्सर भाजपा की आलोचना करने वाले शिवसेना नेता संजय राऊत से आज उनके जलगांव दौरे के दौरान जब पत्रकारों ने उद्धव ठाकरे एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अकेले में हुई मुलाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं मीडिया की रिपोर्ट पर नहीं जाऊंगा। इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन पिछले सात साल से भाजपा अपनी सफलताओं का श्रेय मोदी को देती आ रही है। निश्चित रूप से आज वह अपनी पार्टी एवं देश के सबसे बड़े नेता हैं। हां, प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें चुनाव प्रचार में शामिल नहीं होना चाहिए। क्योंकि इससे सरकारी कामकाज पर असर पड़ता है। बता दें कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी से कुछ पल के लिए हुई अकेली मुलाकात के बाद जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस बारे में पूछा गया था तो उन्होंने तपाक से कहा था कि मैं कोई नवाज शरीफ से मिलने नहीं गया था। अगर मैं उनसे अलग से मिला तो इसमें गलत क्या है ? उद्धव ने यह भी जोड़ा कि आज हम राजनीतिक तौर पर उनके साथ नहीं हैं। लेकिन इसका यह मतलब भी नहीं है कि हमारे व्यक्तिगत संबंध भी खत्म हो गए हैं।
उद्धव एवं संजय राऊत की इन टिप्पणियों ने महाविकास आघाड़ी में बेचैनी पैदा कर दी है। शिवसेनानीत सरकार के टिकने पर आशंकाएं व्यक्त की जाने लगी हैं। यही कारण है कि अपनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की 22वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि ऐसा संशय पैदा किया जा रहा है कि महाविकास आघाड़ी सरकार अधिक समय तक नहीं चल पाएगी। लेकिन शिवसेना ऐसा दल है, जिसपर भरोसा किया जा सकता है। बालासाहब ठाकरे ने इंदिरा गांधी के साथ अपने वचन का सम्मान किया था। अब महाविकास आघाड़ी सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा करेगी और अगले चुनाव में भी तीनों दल मिलकर अच्छा प्रदर्शन करेंगे। पवार ने आगे कहा कि हमने अलग-अलग विचारधाराओं वाले दलों की सरकार बनाई है। हमने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन शिवसेना के साथ सरकार बनाएंगे। क्योंकि हमने कभी साथ काम नहीं किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद हमारा अनुभव अच्छा है। कोविड महामारी के दौरान हम मिलकर बेहतर काम कर रहे हैं।
इस सवाल का जवाब देते हुए संजय राउत ने कहा, मैं इस तरह की कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, मीडिया में क्या खबरें फैल रही है मैं नहीं जानता, इसे लेकर किसी प्रकार का कोई आधिकारिक बयान भी जारी नहीं हुआ है। बीते सात वर्षों में भाजपा को मिली सफलता का सारा श्रेय मोदी जी को जाता है वह देश और भाजपा पार्टी के शीर्ष नेता हैं।
बता दें कि शिवसेना नेता संजय राउत इस समय उत्तर महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। यहां जलगांव में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा शिवसेना हमेशा से मानती है कि प्रधानमंत्री पूरे देश का होता है उस पर किसी एक पार्टी का अधिकार नहीं होना चाहिये, इसलिए प्रधानमंत्री को चुनाव अभियान जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लेना चाहिये।
गौरतलब है कि बीते कुछ दिन पहले महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि नरेंद्र मोदी अगर चाहें तो उनकी पार्टी बाघ (शिवसेना का चुनाव चिन्ह) से मित्रता कर सकती है। इस बात पर संजय राउत ने कहा, बाघ के साथ कोई मित्रता नहीं कर सकता बाघ तो स्वयं ये तय करता है कि उसे किसके साथ मित्रता करनी है।