Maharashtra: रेमडेसिविर विवाद में भाजपा नेताओं पर बरसी शिवसेना

Maharashtra रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनी के डायरेक्टर से पूछताछ मामले में भाजपा नेताओं के थाने पहुंचकर पुलिस से उलझने की घटना पर शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शिवसेना ने इस विवाद के जरिये राज्य में कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी से उतारने की आशंका जताई है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 09:32 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:46 PM (IST)
Maharashtra: रेमडेसिविर विवाद में भाजपा नेताओं पर बरसी शिवसेना
रेमडेसिविर को लेकर भाजपा नेताओं पर बरसी शिवसेना। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। Maharashtra: जमाखोरी के शक में रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनी के डायरेक्टर से पूछताछ मामले में भाजपा नेताओं के थाने पहुंचकर पुलिस से उलझने की घटना पर शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शिवसेना ने इस विवाद के जरिये राज्य में कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी से उतारने की आशंका जताई है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में आरोप लगाते हुए लिखा कि भाजपा का यह स्पष्ट एजेंडा है कि कोरोना की रोकथाम में महाराष्ट्र सरकार को विफल साबित किया जाए। केंद्र की मदद से वह इस दिशा में लगातार प्रयासरत है। संपादकीय में लिखा गया कि लोगों की जान बचाने के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष को मिलकर काम करना चाहिए। किसी को भी बीमारी से मर रहे लोगों की चिताओं से राजनीतिक लाभ लेने की चेष्टा नहीं करनी चाहिए।

उल्लेखनीय रेमडेसिविर बनाने वाली दमन की कंपनी बु्रक फार्मा के डायरेक्टर से शनिवार रात मुंबई पुलिस ने बीकेसी (बांबे कुर्ला कांपलेक्स) थाने बुलाकर पूछताछ की थी। पुलिस को जानकारी मिली थी उक्त कंपनी रेमडेसिविर के 60 हजार वायल (शीशी) विदेश भेजने वाली है। पुलिस उससे उसी स्टाक के बारे में जानकारी चाहती थी। इस मामले में भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस और प्रवीण दारेकर समेत कुछ अन्य नेताओं ने थाने पहुंचकर पूछताछ पर एतराज जताया था। फड़नवीस का कहना था कि वे महाराष्ट्र के लिए रेमडेसिविर की आपूर्ति के लिए भाजपा नेता कई दिन से उस कंपनी के संपर्क में थे। लेकिन राज्य सरकार को इसकी भनक लगने पर दवा निर्माता का उत्पीड़न शुरू कर दिया गया।

सामना ने लिखा राज्य के कोरोना पीडि़तों के लिए पहले आक्सीजन सप्लाई और बाद में रेमडेसिविर को लेकर राजनीति की गई। महाराष्ट्र सरकार को रेमडेसिविर नहीं मिल रही है लेकिन भाजपा नेता को इसकी बड़ी खेप आराम से उपलब्ध कराई जा रही है। महाराष्ट्र के इतिहास में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ जब विपक्ष ने सरकार के हितों को नजरअंदाज कर एक दवा कंपनी की पैरवी की हो। क्या यह प्रदेश की कानून-व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवा को चौपट करने की साजिश तो नहीं। लेख में कहा गया कि दवा कंपनी ने भाजपा नेता को एकतरफा दवा मुहैया कराकर अपराध किया है। आखिर भाजपा नेता दवा कंपनी के डायरेक्टर को छुड़वाने के लिए आधी रात को थाने पर क्यों पहुंचे।

रेमडेसिविर की जमाखोरी मानवता के खिलाफ अपराध: प्रियंका गांधी

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर रेमडिसिविर की जमाखोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि एक भाजपा नेता ने रेमडेसिविर की बड़ी मात्रा ऐसे समय अपने पास रोक रखी है जब लोग एक-एक इंजेक्शन के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मानवता के लिए अपराध है। कांग्रेस महासचिव ने ट्विटर पर फड़नवीस समेत महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं का एक वीडियो भी टैग किया, जिसमें ये लोग एक फार्मा कंपनी के डायरेक्टर से पूछताछ किए जाने पर पुलिस अधिकारियों से बहस करते दिख रहे हैं। प्रियंका ने हिंदी में अपने ट्वीट में कहा कि ऐसे समय में जब देश भर में रेमडेसिविर की भारी किल्लत है। ऐसे में एक भाजपा नेता जो जिम्मेदार पद पर रहा है कैसे इतनी बड़ी मात्रा में इसका स्टाक अपने पास रख सकता है।

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