शिवसेना का भाजपा पर हमला, कहा- हिंदुओं की शववाहिनी न बनकर रह जाये गंगा

शिवसेना (Shivsena) ने अपने मुखपत्र सामना (Samna) के माध्‍यम से भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला करते हुए कहा है कि भाजपा का सारा ध्‍यान अभी भी उत्‍तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly election) पर है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 11:58 AM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 12:24 PM (IST)
शिवसेना का भाजपा पर हमला, कहा- हिंदुओं की शववाहिनी न बनकर रह जाये गंगा
कोरोना महामारी के बीच शिवसेना ने किया भाजपा पर हमला

मुंबई, पीटीआइ। कोरोना महामारी के बीच शिवसेना ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि कोरोना संकट से निपटने के बजाय भाजपा उत्‍तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है। शिवसेना ने कहा उत्‍तर प्रदेश की पंचायती चुनाव में उनका प्रदर्शन अच्‍छा नहीं रहा और साथ ही बंगाल से भी निराशा ही मिली। जबकि देश में कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए अभी कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर ही ध्‍यान केंद्रित करने की जरूरत है। नहीं तो आने वाले समय में स्थिति और भयंकर हो जाएगी और गंगा केवल हिंदुओं की शववाहिनी बनकर रह जाएगी। 

 ये बात शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्‍यम से कही है। शिवसेना ने दावा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'मिशन उत्तर प्रदेश' पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की है। 'सामना' के संपादकीय में लिखा गया है कि बंगाल का मिशन असफल होने के बाद भी मोदी-शाह व योगी ने मिशन उत्तर प्रदेश अपने हाथों में ले लिया है। उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी चुनाव को लेकर मोदी और शाह एक साथ विचार कर रहे हैं।

गौरतलब है कि लगभग एक साल भर बाद उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य चार राज्यों में विधानसभा चुनाव किए जाएंगे। जिसे लेकर भाजपा कार्य में जुट गई है। जैसे देश की तमाम समस्याएं  समाप्त हो चुकी हैं। कुछ बाकी ही नहीं रहा। बस चुनाव की घोषणा करना, चुनाव लड़ना व बड़ी-बड़ी सभाएं, रोड शो, करके उन्हें जीतना, इतना ही काम शेष बचा है। माना कि संसदीय लोकतंत्र में चुनाव अपरिहार्य है। लेकिन वर्तमान समय चुनाव के लिए योग्य है क्या? ज्ञात हो कि बंगाल सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के मामले में भी कोरोना महामारी  के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया था। 

सामना में लिखा है उत्‍तर प्रदेश भी कोरोना महामारी के संकट से गुजर रहा है यहां हालात ठीक नहीं है। प्रदेश के हालात देख दुनियाभर की आंखें डबडबा गई हैं। लोग नदियों में शव बहा रहे हैं, कानपुर से पटना तक गंगा किनारे लाशों के ढेर लगे हुए हैं। इन दर्दनीय तस्‍वीरों को दुनियाभर के मीडिया ने प्रकाशित किया है जिससे प्रधानमंत्री मोदी और उत्‍तर प्रदेश सरकार की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े हो गए हैं। बिगड़ी छवि को सुधारने के लिए भी मंथन जारी है।  

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