Maharashtra: संजय राउत बोले, उद्धव ठाकरे ही पांच साल तक रहेंगे सीएम
Maharashtra संजय राउत ने रविवार को कहा कि यह अफवाह है कि शिवसेना के सीएम को ढ़ाई साल बाद बदल दिया जाएगा। जब तीन दलों ने सरकार बनाई तो उन्होंने प्रतिबद्ध किया और फैसला किया कि सीएम पांच साल के लिए उद्धव ठाकरे होंगे।
मुंबई, एएनआइ/प्रेट्र। महाराष्ट्र की राजनीति में फिर गर्माहट पैदा करने वाला बयान आया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार में तीन दलों का गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) काबिज है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री का पद पूरे पांच साल शिवसेना के पास ही रहेगा। लंबे समय तक भाजपा की सहयोगी रही शिवसेना की मुख्यमंत्री पद को लेकर उससे तकरार हो गई थी। इसी के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस सरकार में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। हाल ही में ठाकरे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लंबी मुलाकात के बाद आए राउत के इस बयान के खास मतलब निकाले जा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत में राउत ने कहा, शिवसेना के नेतृत्व में एमवीए सरकार महाराष्ट्र में पूरे पांच साल चलेगी। यह तीनों दलों के संकल्प वाली सरकार है और इसमें मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है। महाराष्ट्र में दोनों दल शिवसेना के नेतृत्व में साथ चलने को तैयार हैं। हालांकि सभी की विचारधारा अलग है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के इंटरनेट मीडिया पर आए वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राउत ने कहा, किसी नेता के किसी पद को लेकर बयान देने से कोई फर्क नहीं पड़ता। सभी दलों में पदों को लेकर बहुत से दावेदार होते हैं। कांग्रेस में ही कई नेता देश का नेतृत्व करने की क्षमता वाले हैं। पटोले ने 2024 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलने का दावा किया है। साथ ही, मुख्यमंत्री पद पर भी दावा जताया है।
इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को साथ लेकर राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का विकल्प बनने का सपना संजो रहे हैं, लेकिन कांग्रेस उनके गृह राज्य महाराष्ट्र में ही उनके सपनों को ध्वस्त करने की तैयारी कर रही है।शरद पवार ने हाल ही में अपनी पार्टी की 22वीं सालगिरह मनाते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में शासन कर रही महाविकास अघाड़ी सरकार न सिर्फ अपना कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि कांग्रेस-राकांपा और शिवसेना मिलकर अगले विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों में भी अच्छी सफलता हासिल करेंगी। महाविकास अघाड़ी में शामिल होने के बाद शिवसेना भी अगला विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने की बात करती रही है। लेकिन कांग्रेस अपने इन दोनों सहयोगी दलों से सहमत नहीं दिखाई देती।