Maharashtra: महाविकास अघाड़ी को नहीं भा रहीं भाजपा की जन आशीर्वाद यात्राएं, संजय राउत बोले-कोरोना की तीसरी लहर को न्योता दे रहे हैं

Maharashtra शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि यात्रा में बिना मास्क के लोगों की भीड़ जुटना और कोरोना नियमों का उल्लंघन करना कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देने जैसा है। लिहाजा पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई जायज है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 06:30 PM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 06:30 PM (IST)
Maharashtra: महाविकास अघाड़ी को नहीं भा रहीं भाजपा की जन आशीर्वाद यात्राएं, संजय राउत बोले-कोरोना की तीसरी लहर को न्योता दे रहे हैं
महाविकास अघाड़ी को नहीं भा रहीं भाजपा की जन आशीर्वाद यात्राएं। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने के लिए निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्राएं महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी को रास नहीं आ रही हैं। कांग्रेस महंगाई का मुद्दा उठाते हुए इन यात्राओं का विरोध कर रही है, तो शिवसेना नेता संजय राउत ने इन यात्राओं को कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देने वाला करार दिया है। भारतीय जनता पार्टी देश के 22 राज्यों में जन आशीर्वाद यात्राओं का आयोजन कर रही है। इन यात्राओं की जिम्मेदारी हाल ही में मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए नए मंत्रियों को दी गई है। महाराष्ट्र से मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए चार मंत्री भी राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जन आशीर्वाद यात्राएं निकालकर लोगों को केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। इनमें गुरुवार से शुरू होने जा रही वरिष्ठ नेता नारायण राणे की यात्रा विशेष तौर पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है। महाराष्ट्र में इन यात्राओं का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है, क्योंकि कुछ ही महीनों बाद राज्य में कई स्थानों पर स्थानीय निकायों के चुनाव होने हैं। जिन पर इन यात्राओं का असर दिखाई देगा। इसलिए महाराष्ट्र में शासन कर रही महाविकास अघाड़ी के दलों को ये यात्राएं फूटी आंखों भी नहीं सुहा रही हैं।

सोमवार को केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल की ठाणे में निकली जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कोरोना नियमों के उल्लंघन को लेकर पुलिस ने चार लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है। बुधवार को इस कार्रवाई को उचित बताते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि यात्रा में बिना मास्क के लोगों की भीड़ जुटना और कोरोना नियमों का उल्लंघन करना कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देने जैसा है। लिहाजा पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई जायज है। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी महंगाई का मुद्दा उठाते हुए इन यात्राओं को निकालने पर सवाल खड़ा किया है। वह कहते हैं कि जब किसान परेशान हैं, ईंधन व अन्य जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ रहे हैं, उस समय केंद्रीय मंत्री जन आशीर्वाद यात्राएं करने में व्यस्त हैं। पटोले के अनुसार, लोग समझ चुके हैं कि भाजपा ने उन्हें धोखा दिया है। अब वे भाजपा को आशीर्वाद नहीं देंगे। बल्कि जनता ने उन्हें घर भेजने का निश्चय कर लिया है।

गुरुवार से शुरू हो रही नारायण राणे की जन आशीर्वाद यात्रा कुछ और कारणों से भी चर्चा में है। राणे अपनी यात्रा मुंबई के शिवाजी पार्क स्थित स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे के स्मृति स्थल से शुरू करने जा रहे हैं। यह यात्रा मुंबई के उन्हीं इलाकों से गुजरेगी, जहां शिवसेना का प्रभाव ज्यादा माना जाता है, लेकिन राणे की बाला साहब ठाकरे के स्मृति स्थल जाने की योजना शिवसेना को रास नहीं आ रही है। शिवसेना नेता उन्हें शिवसेना प्रमुख से गद्दारी करने वाले नेता के रूप में प्रचारित कर उनके स्मृति स्थल जाने का विरोध कर रहे हैं। राणे के मुंबई से यात्रा शुरू करने के पीछे 2022 में होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव को विशेष कारण माना जा रहा है। राणे खुद कोकण क्षेत्र से आते हैं, और मुंबई में बहुत बड़ी संख्या कोकणी मराठियों की है। इस वर्ग पर राणे के जरिए भाजपा का प्रभाव बढ़ना फरवरी, 2022 में होने वाले मनपा चुनाव में शिवसेना के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। 

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