Maharashtra: समीर का परिवार आठवले से मिला, रामदास बोले-वानखेड़े को बदनाम करने का षड्यंत्र रोकें नवाब मलिक

Maharashtra केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने समीर वानखेड़े के पक्ष में खड़े होते हुए न सिर्फ नवाब मलिक को चेतावनी दी बल्कि यह घोषणा भी कर दी कि उनकी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया वानखेड़े परिवार के साथ है। समीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने दिया जाएगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 31 Oct 2021 03:25 PM (IST) Updated:Sun, 31 Oct 2021 09:42 PM (IST)
Maharashtra: समीर का परिवार आठवले से मिला, रामदास बोले-वानखेड़े को बदनाम करने का षड्यंत्र रोकें नवाब मलिक
रामदास आठवले के साथ समीर के पिता ज्ञानदेव व पत्नी क्रांति। फोटो एएनआइ।

मुंबई, राज्य ब्यूरो। मुंबई के क्रूज ड्रग मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद मंत्री नवाब मलिक के एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर शुरू हुए हमले ने अब पूरी तरह जातीय रंग ले लिया है। रविवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री रामदास आठवले ने समीर वानखेड़े के पक्ष में खड़े होते हुए न सिर्फ नवाब मलिक को चेतावनी दी, बल्कि यह घोषणा भी कर दी कि उनकी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआइ) वानखेड़े परिवार के साथ है। समीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने दिया जाएगा। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का परिवार रामदास आठवले के बांद्रा स्थित निवास ‘संविधान’ पर मिलने पहुंचा। आठवले इस मुलाकात के निहितार्थ जान रहे थे। इसलिए वानखेड़े परिवार से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते समय आठवले के पीछे नीले रंग के एक बैकड्राप पर अंग्रेजी में लिखा था – हैशटैग वी सपोर्ट समीर वानखेड़े यानी, हम समीर वानखेड़े का समर्थन करते हैं।

रिपब्लिकन पार्टी समीर वानखेड़े के साथ
वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर व उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े के साथ प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आठवले ने कहा कि आरपीआइ की तरफ से मैं नवाब मलिक को बताना चाहता हूं कि वह समीर वानखेड़े व उनके परिवार के खिलाफ साजिशें रचना बंद कर दें। अगर वह कहते हैं कि समीर मुस्लिम है, तो वह स्वयं मुस्लिम होते हुए उन पर आरोप क्यों लगा रहे हैं? आठवले ने कहा कि वानखेड़े का परिवार बाबा साहब आंबेडकर को मानने वाला है। रिपब्लिकन पार्टी समीर वानखेड़े के साथ खड़ी है। उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। आठवले ने कहा कि उन्होंने समीर वानखेड़े के सभी कागजात देखे हैं। उन्हें आरक्षण लेने का अधिकार है। नवाब मलिक को अपने आरोप-प्रत्यारोप बंद करने चाहिए।

समीर की पत्नी ने कहा, आठवले ने साथ देने का किया वादा

इस अवसर पर समीर की पत्नी क्रांति रेडकर ने कहा कि हम यहां रामदास आठवले से मिलने आए हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नवाब मलिक एक दलित की सीट छीनने की कोशिश कर रहे हैं। रामदास आठवले सभी दलितों की फिक्र करते हैं, और उन्होंने हमारा साथ देने का वायदा किया है। क्रांति के अनुसार, अब तक नवाब मलिक द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे साबित हुए हैं।

वानखेड़े परिवार के हौसले बुलंद
इस अवसर पर समीर के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े भी नवाब मलिक के विरुद्ध काफी आक्रामक नजर आए। पत्रकारों को अपनी जाति से संबंधित सभी कागज दिखाते हुए ज्ञानदेव ने सवाल किया कि एक 100 रुपये का नटबोल्ट बेचने वाला व्यक्ति करोड़ों की संपत्ति का मालिक कैसे हो सकता है। उनके संबंध दुबई व ड्रग्स कारोबारियों से हो सकते हैं। इस बात की जांच होनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का साथ मिलने के बाद वानखेड़े परिवार के हौसले बुलंद हैं। क्योंकि आठवले खुद भी उसी महार समुदाय से आते हैं, जिससे समीर वानखेड़े होने का दावा कर रहे हैं। बाबा साहब आंबेडकर के साथ बौद्ध पंथ स्वीकार करने वालों में महार समुदाय के लोगों की संख्या ही ज्यादा थी। महाराष्ट्र के वोटबैंक में भी महार समुदाय की भूमिका निर्णायक मानी जाती है।

एक दिन पहले ही समीर वानखेड़े केंद्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हालदार से भी मिल चुके हैं। अरुण हालदार ने भी शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए साफ कर दिया था कि उन्होंने समीर वानखेड़े के सारे कागजात देखे हैं। उनसे लगता है कि वह अनुसूचित जाति से ही आते हैं। हालदार ने यह चेतावनी भी दी थी कि यदि आयोग की जांच में समीर वानखेड़े पर लग रहे आरोप गलत पाए गए तो आरोप लगा रहे व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। समीर वानखेड़े ने अनुसूचित जाति आयोग में अपनी ओर से लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है। आयोग ने इस शिकायत पर 10 दिन के अंदर राज्य सरकार से जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि अब रामदास आठवले के भी वानखेड़े परिवार के साथ आ जाने से राकांपा नेता व उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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