नागपुर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन, कोविड मरीजों के इलाज को लेकर जताई चिंता
महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की भयावह स्थिति के बीच नागपुर (Nagpur) के सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन कहा संक्रमितों के इलाज के लिए चिकित्सा संसाधनों की कमी। यह प्रदर्शन मरीजों के लिए किया जा रहा है।
नागपुर, एएनआइ। महाराष्ट्र में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए चिकित्सा संसाधनों की कमी को लेकर रविवार को सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एएनआइ से बात करते हुए, विरोध में भाग लेने वाले एक डॉक्टर सजल बंसल ने कहा, “यह विरोध प्रदर्शन मरीजों की मांगों और चिंताओं को उठाने के लिए किया जा रहा है।
देश में बीमारी की दूसरी लहर के बीच कोविड -19 के बढ़ते मामलों को लेकर हम सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ तैयारियों में कमी के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि नागपुर के निजी अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, रेमेडिसविर दवा की कमी देखी जा रही है जबकि जिले में संक्रमितों की संख्या काफी ज्यादा है। मरीजों की हालत और उनकी लाचारी को देखते हुए हम प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। पिछले एक माह से तो स्थिति बेहद खराब है जिसकी वजह से हम नए रोगियों को इलाज के लिए अस्पताल में नहीं ले पा रहे हैं।
चिकित्सा संसाधनों की कमी के कारण सामान्य (गैर-कोविड) रोगियों को स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने में बाधा आ रही है जो स्वीकार्य नहीं है। ये एक सरकारी संस्थान हैं और आम जनता की सेवा के लिए यहां हैं लेकिन संसाधनों के अभाव की वजह से उनके साथ अन्याय हो रहा है जो उचित नहीं है।
हम इस संकट के लिए जिला प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग करते हैं। उन्होंने कहा, "विरोध किसी भी संघ से प्रेरित नहीं है, यह केवल रोगियों और उनके देखभाल करने वालों के लिए है।" बता दें कि रविवार को यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मेडिसिन कैजुअल्टी वार्ड के सामने डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया।