Maharashtra: शरद पवार की आवाज में अधिकारी को फोन करने वाला गिरफ्तार

Maharashtra फोन कर अधिकारी को राकांपा प्रमुख शरद पवार बताने वाले व्यक्ति और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपित ने स्थानांतरण के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी को फोन किया था और राकांपा प्रमुख की आवाज की नकल उतारी थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 09:13 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 09:13 PM (IST)
Maharashtra: शरद पवार की आवाज में अधिकारी को फोन करने वाला गिरफ्तार
शरद पवार की आवाज में अधिकारी को फोन करने वाला गिरफ्तार। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। महाराष्ट्र सरकार के मुख्यालय मंत्रालय को फोन कर वहां के अधिकारी को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार बताने वाले व्यक्ति और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपित ने स्थानांतरण के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी को फोन किया था और राकांपा प्रमुख की आवाज की नकल उतारी थी। उसने आवाज बदलने वाले स्पूफ-काल एप का इस्तेमाल किया था। पुलिस ने कहा कि जिस नंबर से आरोपित ने राजस्व विभाग के अधिकारी के मोबाइल फोन पर संपर्क किया, उसे राकांपा प्रमुख के घर का नंबर समझ लिया था। अधिकारी को आवाज पर संदेह हुआ और उन्होंने शरद पवार के बंगले पर फोन किया। उन्हें बताया गया कि पवार दिल्ली में हैं। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को सावधान किया और बुधवार रात गामदेवी थाने में भादवि की धारा 419 (किसी और के नाम पर धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कराया गया। मुंबई अपराध शाखा ने भी समानांतर जांच शुरू की और पुणे से तीन लोगों को पकड़ा। इसके बाद मुख्य आरोपित और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 20 अगस्त तक पुलिस हिरासत में सौंप दिया गया।

गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई पुलिस ने शनिवार को दावा किया कि उसने नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर उत्तर प्रदेश के नोएडा से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण मुंबई निवासी पीडि़त की तरफ से 1.38 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद मुंबई पुलिस की टीम ने नोएडा से चलाए जा रहे एक काल सेंटर पर छापा मारा। अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को एक प्रतिष्ठित जाब पोर्टल का प्रतिनिधि बताते हुए शिकायतकर्ता को बड़े बैंक में नौकरी दिलाने का वादा किया था। पीडि़त ने 12 से 22 अप्रैल के बीच सíवस चार्ज व अन्य शुल्क के रूप में 1.38 लाख रुपये जमा किए। इसके बाद आरोपित ने काल उठाना बंद कर दिया। जांच पता चला कि शिकायकर्ता को नोएडा में स्थित एक काल सेंटर से फोन आते थे।

chat bot
आपका साथी