Maharashtra: एनआइए ने मीठी नदी से निकलवाए सचिन वाझे के फेंके सबूत
Maharashtra सचिन वाझे को साथ लेकर एनआइए ने उसके द्वारा मीठी नदी में फेंके गए कई सबूत इकट्ठा करवाए। सचिन वाझे मुकेश अंबानी के घर के निकट विस्फोटक लदी स्कार्पियो खड़ी करने व इसी स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की हत्या के मामलों में आरोपित है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra: दो मामलों में आरोपित मुंबई पुलिस के निलंबित एपीआइ सचिन वाझे को साथ लेकर रविवार को एनआइए ने उसके द्वारा मीठी नदी में फेंके गए कई सबूत इकट्ठा करवाए। इनमें वाहनों की दो नंबर प्लेटें व कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस शामिल हैं। सचिन वाझे उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट विस्फोटक लदी स्कार्पियो खड़ी करने व इसी स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की हत्या के मामलों में आरोपित है। इन दोनों मामलों से जुड़े कई सबूत उसके लैपटाप, सीपीयू व उसकी सोसायटी में लगे सीसीटीवी के डीवीआर में थे। बताया जा रहा था कि सचिन ने ये सारे सबूत नष्ट कर दिए थे। अब उक्त दोनों मामलों की जांच एनआइए के हाथ में आ जाने के बाद एनआइए की एक टीम वाझे को लेकर बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स स्थित मीठी नदी के एक पुल पर गई और पांच गोताखोरों को नदी में उतारकर कंप्यूटर के दो सीपीयू, सीसीटीवी के दो डीवीआर, एक लैपटाप, तथा वाहनों की दो नंबर प्लेटें बरामद कीं। सूत्रों के अनुसार, ये सभी सामान जांच के लिए केंद्रीय फॉरेंसिक लैब को भेजे जाएंगे।
एनआइए कोर्ट ने वाझे को तीन अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में दे रखा है। मनसुख हत्याकांड में भी एनआइए की टीम वाझे को लेकर ठाणे के रेतीबंदर इलाके में जा चुकी है, जहां से मनसुख का शव मिला था। एनआइए अभी मनसुख हत्याकांड के ही दूसरे आरोपित विनायक शिंदे के साथ वाझे को बैठाकर भी पूछताछ करना चाहती है। इस मामले की पहले जांच कर रही एजेंसी एटीएस के मुताबिक, विनायक ने वाझे के कहने पर ही चार मार्च को मनसुख की हत्या की थी। हत्या के समय वाझे स्वयं भी वहां मौजूद था।
वहीं, एनआइए ने मुंबई पुलिस के पूर्व एपीआइ सचिन वाझे की हिरासत अवधि बढ़वाने के लिए विशेष एनआइए कोर्ट में कहा कि वाझे अंटीलिया मामले को सुलझाकर ‘सुपर काप’ बनना चाहता था। इसीलिए उसने मुकेश अंबानी के घर के निकट जिलेटिन लदी स्कार्पियो खड़ी करने की साजिश रची। एनआइए सूत्रों के अनुसार, वाझे ने यह बात स्वीकार की है। एनआइए ने कोर्ट से वाझे की हिरासत 15 दिन और बढ़ाने की अपील की थी। लेकिन कोर्ट ने उसकी हिरासत तीन अप्रैल तक ही बढ़ाई है। सचिन वाझे की हिरासत अवधि खत्म होने के बाद वीरवार को उसे फिर से एनआइए कोर्ट में पेश किया गया था। वाझे ने कोर्ट को बताया कि वह अंटीलिया मामले में सिर्फ डेढ़ दिन जांच अधिकारी रहा। उसके बाद अचानक कहीं कुछ प्लान बदल गया। मैं अपने आप एनआइए के दफ्तर में गया था, जहां यह कहकर मुझे गिरफ्तार कर लिया गया कि इस मामले में मेरे खिलाफ सबूत हैं।