महाराष्ट्र के अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में हिंसा पर नवाब मलिक का बयान- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

महाराष्ट्र के अमरावती नांदेड़ और मालेगांव में शुक्रवार को रैलियों के दौरान हुई हिंसा की निंदा करते हुए मंत्री नवाब मलिक ने कहा है दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बंद और विरोध प्रदर्शन के आह्वान ने शुक्रवार को हिंसक मोड़ ले लिया था।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 01:15 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 01:35 PM (IST)
महाराष्ट्र के अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में हिंसा पर नवाब मलिक का बयान- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
नवाब मलिक ने कहा हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने शुक्रवार को राज्‍य के अमरावती (Amravati), नांदेड़ (Nanded) और मालेगांव (Malegaon) में रैलियों के दौरान हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नवाब मलिक ने कहा जिन लोगों ने इन विरोध प्रदर्शनों को आयोजन किया था, उन पर इन्‍हें शांतिपूर्ण ढंग से करने की भी जिम्‍मेदारी थी।

गौरतलब है कि पिछले माह त्रिपुरा में हुई हिंसा की आंच अब महाराष्‍ट्र तक पहुंच चुकी है। बता दें कि शुक्रवार को महाराष्‍ट्र के तीन शहर अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव इस हिंसा में पूरी तरह से झुलस गए थे। बंद और विरोध प्रदर्शन के आह्वान ने एक हिंसक मोड़ ले लिया था। इस दौरान उपद्रवी तत्‍वों ने जबरन दुकानें बंद करवाने की कोशिश की थी जिसके बाद पुलिस टीम पर पथराव भी किया गया। इस घटना के कारण शिवाजीनगर इलाके में कुछ समय के तनाव का माहौल पैदा हो गया।

राज्‍य के अमरावती से भी हिंसा की खबरें सामने आयी, यहां शक्रवार को पत्‍थरबाजी के बाद पूरे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। दरअसल पिछले माह त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ कुछ संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इस दौरान हुई पत्‍थरबाजी के दौरान माहौल तनावग्रस्‍त हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार जैयाब चौराहे पर कुछ शरारती तत्‍वों ने पथराव किया था। दुकानदारों की शिकायत के बाद केस दर्ज किया गया।

गौरतलब है कि बीते दिनों बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा के विरोध में त्रिपुरा के पानीसागर में भीड़ प्रदर्शन करते हुए हिंसा पर उतर आयी थी। इस दौरान उपद्रवियों ने मकानों और दुकानों को काफी नुकसान पहुंचाया था। इसे लेकर शरारती तत्‍वों ने अफवाहें और फर्जी तस्‍वीरें भी फैलायी थीं। इस घटना के बाद पुलिस की ओर से बयान भी जारी किया गया था कि त्रिपुरा में किसी भी मस्जिद में आग नहीं लगाई गई थी, सोशल मीडिया पर जारी की गई सभी फोटो फर्जी हैं।

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