Maharashtra: उद्धव सरकार के खिलाफ केंद्र की मदद करने वाले अफसरों को एमवीए के नेताओं ने दी चेतावनी
Maharashtra परमबीर सिंह द्वारा अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों से परेशान महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने महाराष्ट्र के नौकरशाहों को चेतावनी दी है कि जो आइएएस-आइपीएस अधिकारी गुप्त रूप से राज्य सरकार के विरुद्ध भाजपानीत केंद्र सरकार की मदद करते पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों से परेशान महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने महाराष्ट्र के नौकरशाहों को चेतावनी दी है कि जो आइएएस-आइपीएस अधिकारी गुप्त रूप से राज्य सरकार के विरुद्ध भाजपानीत केंद्र सरकार की मदद करते पाए जाएंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि यदि कोई अधिकारी ऐसा करता पाया गया, तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी मुख्य सचिव को केंद्र से नजदीकी रखने वाले अधिकारियों की सूची तैयार करने को कहा है, ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके।
राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी के नेताओं की खीझ परमबीर सिंह द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका प्रस्तुत करने के बाद सामने आई है। इस याचिका में परमबीर ने ट्रांस्फर-पोस्टिंग रैकेट का जिक्र किया था। बाद में इसी रैकेट से संबंधित टेलीफोन टैपिंग का मामला नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने उठाया। फडणवीस द्वारा यह मामला उठाए जाने के बाद राकांपा नेता जीतेंद्र आह्वाड ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के निर्देश पर फोन टैपिंग करने वाली तत्कालीन इंटेलीजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला को भाजपा का एजेंट बताते हुए उन पर कई आरोप लगा दिए हैं। आह्वाड ने कहा कि पिछले सरकार विधानसभा चुनाव के बाद वह निर्दलीय विधायकों को धमकाकर भाजपा के पक्ष में लाने की कोशिश कर रही थीं।
अजीत पवार ने कहा कि फोन टैपिंग सामान्यतः कुछ गंभीर मामलों को रोकने के लिए की जाती है। यह अतिरिक्त मुख्य सचिव-गृह (एसीएस) की अनुमति से की जाती है। वर्तमान मुख्य सचिव सीताराम कुंटे उस समय एसीएस होम थे। वह खरी बात कहने वाले इंसान के रूप में जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री ने उनसे देवेंद्र फडणवीस द्वारा उठाए गए मुद्दे पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी कहा कि कुछ आइएएस व आइपीएस अधिकारी राज्य सरकार के विरुद्ध केंद्र की भाजपानीत सरकार को मदद कर रहे हैं। उन्होंने अपनी गोपनीयता की शपथ का उल्लंघन किया है।
इसके लिए उन पर कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस के आरोपों पर पटोले का कहना है कि वह लोगों को गुमराह करके सरकार की छवि खराब करने का काम कर रहे हैं। यह पूछने पर कि क्या महाविकास अघाड़ी सरकार गृहमंत्री अनिल देशमुख को बचाने का प्रयास कर रही है? पटोले ने कहा कि हम परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बना रहे हैं। जबकि फडणवीस ने अपनी सरकार के दौरान अपने मंत्री को खुद ही क्लीन चिट दे दी थी।