Coronavirus: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 66,358 नए मामले, 895 लोगों की मौत, मुंबई में 59 मौतें
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोविड संक्रमण से 895 लोगों की मौत हो गई। यह आंकड़ा एक दिन में अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 66358 नए मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में अभी 672434 सक्रिय मामले हैं।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोविड संक्रमण से 895 लोगों की मौत हो गई। यह आंकड़ा एक दिन में अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 66,358 नए मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में अभी 6,72,434 सक्रिय मामले हैं। राज्य में अब तक 2,62,54,737 लोगों के टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 44,10,085 पॉजिटिव निकले हैं। राज्य में अब तक कोरोना वायरस से 36,69,548 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, मुंबई में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4014 नए मामले सामने आए, 59 मौतें हुईं और 8,240 रिकवर हुए। कुल मामले 6,35,541 हैं। कोरोना की दूसरी लहर 10 फरवरी से शुरू होने के बाद पिछले ढाई महीनों में मुंबई में 6,35,541 संक्रमण के मामले आ चुके हैं। मार्च महीने के आखिर तक पहुंचते-पहुंचते मुंबई में प्रतिदिन कोरोना रोगियों की संख्या 10 हजार से ऊपर पहुंच गई थी। अप्रैल के प्रथम सप्ताह में यह संख्या बढ़ने के बजाय स्थिर रही, और चार अप्रैल के बाद से इसमें लगातार कमी आती दिखाई देने लगी।
बीच में 15,16 एवं 18 अप्रैल को यह संख्या पुन: 8000 से ऊपर गई, लेकिन उसके बाद से यह लगातार घट रही है। 26 अप्रैल को सामने आए सक्रिय मामले सिर्फ 3,792 यानी चार अप्रैल की संख्या 11,163 की लगभग एक तिहाई है। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने से पहले मुंबई में यह संख्या 300-400 प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। इसके बाद ही मुंबई में लोकल ट्रेनें सभी के लिए शुरू करने सहित, पाबंदियों में कुछ और ढील देने का निर्णय किया गया था। लेकिन इसका असर उलटा हुआ, और कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे। मुंबई महानगरपालिका के आयुक्त इकबाल सिंह चहल का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर एक-दूसरे को छूने से नहीं, बल्कि हवा से फैल रही है। इससे बचाव के लिए सिर्फ दूरी बनाए रखना ही पर्याप्त नहीं है। मास्क लगाकर ही इससे बचा जा सकता है।
चहल के अनुसार इसके लिए बीएमसी ने सख्त पाबंदियां एवं जागरूकता अभियान चलाया। मास्क न लगाने वाले 27 लाख लोगों पर जुर्माना लगाकर कुल 56 करोड़ रुपए वसूले गए। इससे लोगों के मन में प्रशासन के प्रति डर बैठा और आज 90 फीसद मुंबईवासी मास्क में दिखाई देने लगे हैं। उनके अनुसार जब मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो यहां प्रतिदिन 50 हजार लोगों की जांच का लक्ष्य रखा गया। चहल का कहना है कि कोरोना की नई लहर में 90 फीसद से ज्यादा मामले ऊंची इमारतों से आए हैं, न कि झोपड़पट्टियों से। इसके कारण भी संख्या को निंयत्रित करना अपेक्षाकृत आसान रहा। राहत देनेवाला एक पहलू यह भी है कि मुंबई में संक्रमित पाए जा रहे रोगियों की तुलना में ठीक होनेवाले रोगियों की संख्या भी अब ज्यादा हो गई है। लेकिन मुंबई को लेकर एक नई चिंता बिना वैक्सीन लिए ही उनके शरीर में एंटीबाडी निर्माण होना है।