Maharashtra: मुंबई में मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिलेंगे संघ प्रमुख मोहन भागवत

RSS Coordination Meeting आरएसएस की समन्वय बैठक में देश और विदेश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो रही है। रविवार तक चलने वाली इस बैठक में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ-साथ अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर भी चर्चा हो सकती है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 09:26 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 08:15 PM (IST)
Maharashtra: मुंबई में मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिलेंगे संघ प्रमुख मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक के बाद चुनिंदा मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिलेंगे मोहन भागवत। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। नागपुर में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की समन्वय बैठक में देश और विदेश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो रही है। रविवार तक चलने वाली इस बैठक में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ-साथ अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर भी चर्चा हो सकती है। इसके तुरंत बाद सोमवार को संघ के सर संघचालक मोहन भागवत मुंबई में देश के चुनिंदा मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं।आरएसएस की समन्वय बैठक में संघ के आनुषंगिक संगठनों के संगठन मंत्रियों को बुलाया गया है। संघ के ऐसे संगठनों की संख्या 35 से अधिक है। इनमें भाजपा, विश्व हिंदू परिषद, भारतीय मजदूर संघ व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसे जन संगठन भी शामिल हैं। इनकी सदस्य संख्या बड़ी है। इसके अलावा विद्या भारती, सेवा भारती, वनवासी कल्याण केंद्र, स्वदेशी जागरण मंच जैसे कई आनुषंगिक संगठन विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।

संघ की इस बैठक में इन सभी संगठनों के कार्यक्षेत्र में विस्तार की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है। चूंकि अगले वर्ष की शुरुआत में ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा अभी भाजपा शासित हैं। हालांकि संघ चुनावी राजनीति में सीधे दखल नहीं देता, लेकिन भाजपा शासित प्रदेशों को वह हाथ से नहीं निकलने देना चाहेगा। इसलिए इन राज्यों की राजनीतिक परिस्थितियों पर भी विस्तार से चर्चा संभव है। अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में अफगानिस्तान में हुए बदलाव व भारत में उसके प्रभाव को लेकर भी संघ चिंतित है। खासतौर से शुक्रवार को तालिबान की ओर से दिए गए कश्मीर संबंधी बयान ने इस चिंता को और बढ़ाया ही है। माना जा रहा है कि संघ की समन्वय बैठक में अफगानिस्तान पर न सिर्फ चर्चा हो सकती है, बल्कि कोई प्रस्ताव भी पारित हो सकता है।

अफगानिस्तान में तालिबान के शासन को लेकर भारत के कुछ मुस्लिम बुद्धिजीवियों व धर्मगुरुओं की ओर से आ रही प्रतिक्रिया पर भी संघ की नजर है। शायर मुनव्वर राणा के इस संबंध में आए बयान व सिनेमा जगत से जुड़े जावेद अख्तर द्वारा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से तालिबान की तुलना को भी संघ गंभीरता से ले रहा है। पिछले कुछ समय से संघ राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के जरिए मुस्लिम समाज में अपनी पैठ बनाने की कोशिश करता रहा है। संभवतः ऐसी ही एक कोशिश के तहत सर संघचालक मोहन भागवत सोमवार को मुंबई के एक पांच सितारा होटल में देश के चुनिंदा मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान व एक पूर्व मेजर जनरल के भी उपस्थित रहने की संभावना है।

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