Maharashtra: मंत्री हसन मुश्रीफ बोले, 70 फीसद टीकाकरण होने तक महाराष्ट्र में निकाय चुनाव नहीं

Maharashtra मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा कि जब तक महाराष्ट्र के 70 फीसद लोगों को कोविड टीके नहीं लग जाते तब तक स्थानीय निकाय चुनाव नहीं कराए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार तक राज्य में 27699419 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:29 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:29 PM (IST)
Maharashtra: मंत्री हसन मुश्रीफ बोले, 70 फीसद टीकाकरण होने तक महाराष्ट्र में निकाय चुनाव नहीं
मंत्री हसन मुश्रीफ बोले, 70 फीसद टीकाकरण होने तक महाराष्ट्र में निकाय चुनाव नहीं। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने सोमवार को कहा कि जब तक प्रदेश के 70 फीसद लोगों को कोविड टीके नहीं लग जाते, तब तक स्थानीय निकाय चुनाव नहीं कराए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, रविवार तक राज्य में 2,76,99,419 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता मुश्रीफ से कोल्हापुर में जब संवाददाताओं ने राज्य के एक अन्य मंत्री व कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार की टिप्पणी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, '70 फीसद टीकाकरण होने तक कोटा का मसला भी हल हो जाएगा।' वेडट्टीवार ने कहा था कि जब तक ओबीसी कोटा का मसला हल नहीं होता, तब तक वह स्थानीय निकाय चुनाव की अनुमति नहीं देंगे।

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कांग्रेस व राकांपा पर कार्यकर्ताओं में फूट पैदा कर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाए जाने के सवाल पर मुश्रीफ ने कहा कि यह भाजपा का प्रयास हो सकता है। भाजपा राज्य में शिवसेना, राकांपा व कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर सकती है। इधर, महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार के नेता भले ही अपनी सरकार के पांच साल पूरे होने का दावा करते रहें, लेकिन सच तो यह है कि तीन दलों के इस गठबंधन में रार और तकरार बढ़ती ही जा रही है। शिवसेना के एक विधायक द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखी गई चिट्ठी से यह रार सतह पर आ गई है।अकसर सरकार में शिवसेना की तरफ से अग्रिम मोर्चा संभालनेवाले विधायक प्रताप सरनाईक ने पार्टी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा है कि हम आपके नेतृत्व में विश्वास करते हैं, लेकिन कांग्रेस और राकांपा हमारी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। मेरा मानना है कि आप अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के और करीब आ जाएं, तो बेहतर होगा। अगर हम फिर साथ आ जाएं तो पार्टी और कार्यकर्ताओं को फायदा होगा।

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