Sushant Singh Rajput Case: रिया और उनके घर वालों के मोबाइल से खुलेंगे कई राज

Sushant Singh Rajput Case सुशांत की मौत के साथ दर्ज मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रहे ईडी ने रिया चक्रवर्ती उनके भाई शौविक और पिता इंद्रजीत के मोबाइल जब्त किए हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 10:40 PM (IST)
Sushant Singh Rajput Case: रिया और उनके घर वालों के मोबाइल से खुलेंगे कई राज
Sushant Singh Rajput Case: रिया और उनके घर वालों के मोबाइल से खुलेंगे कई राज

मुंबई, आइएएनएस। Sushant Singh Rajput Case: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के साथ दर्ज मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक और पिता इंद्रजीत के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। इन मोबाइल फोन के डाटा की गहराई से जांच होने पर कई तरह के राज खुलने की उम्मीद है। बुधवार को जानकारी देते हुए ईडी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने अपनी जांच के तहत इन लोगों के अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट भी जमा कराए हैं। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने यह देखने के लिए कि क्या रिया और सुशांत, रिया और उनके परिवार के सदस्यों या सुशांत के सहयोगियों के साथ जिन एसएमएस का आदान-प्रदान हुआ है वे कहीं डिलीट तो नहीं किए गए।

ईडी यह भी जांच करेगी कि वित्तीय लेनदेन के बारे में रिया की सुशांत या उनके परिवार के सदस्यों के साथ कोई बातचीत हुई है। सूत्रों ने बताया कि ईडी द्वारा पूछताछ के दौरान उन्होंने अक्टूबर 2019 में इटली की यात्रा के अपने अनुभव साझा किए, जब उन्होंने कथित तौर पर सुशांत को होटल के कमरे में उदास देखा था। ईडी के सूत्रों ने बताया कि रिया, शौविक और इंद्रजीत ने एजेंसी के साथ अपनी संपत्ति का विवरण साझा नहीं किया है। ईडी ने बैंक अधिकारियों से रिया और उनके परिवार की संपत्ति के दस्तावेज का विवरण साझा करने को कहा है।

सूत्रों ने कहा कि सुशांत की पूर्व बिजनेस मैनेजर और रिया की वर्तमान मैनेजर श्रुति मोदी ने ईडी को बताया कि सुशांत की ओर से रिया ही सभी फैसले लेती थीं। सुशांत के पिता केके सिंह द्वारा पटना में एफआइआर दर्ज कराए जाने के बाद ईडी ने 31 जुलाई से इस मामले की जांच शुरू की है। वहीं, सीबीआइ ने छह अगस्त को इस प्रकरण की जांच अपने हाथ में ली है।

बिहार पुलिस का मुंबई पुलिस पर आरोप लगाना गलत : निकम

सुशांत मामले में बिहार पुलिस द्वारा मुंबई पुलिस पर लगातार आरोप लगाने को जाने माने वकील उज्जवल निकम ने खेदजनक बताया है। उन्होंने कहा कि यह मामला बिहार पुलिस की जांच के दायरे में नहीं आता है। किसी मामले की जांच वहीं हो सकती है जहां मामला हुआ हो। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि मुंबई पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और जांच के नाम पर कुछ नहीं किया। निकम का यह बयान ऐसे समय आया है जब सुशांत प्रकरण की जांच को लेकर बिहार और महाराष्ट्र की पुलिस आमने-सामने है।

वकील ने कहा, सिद्धार्थ पिठानी शातिर अपराधी

सुशांत सिंह के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने कहा कि सुशांत के कथित मित्र सिद्धार्थ पिठानी की भूमिका बहुत ही संदिग्ध है। उसका आचरण शातिर अपराधियों जैसा है। एएनआइ के अनुसार वकील ने कहा कि पिठानी इतना शातिर है कि जब तक सुशांत के पिता ने एफआइआर दर्ज नहीं कराई थी तब तक वह सुशांत के स्वजन की मदद करने की बात कर रहा था, लेकिन जैसे ही पटना में एफआइआर दर्ज हुई वह रिया की मदद करने लगा है। वकील ने कहा कि पिठानी जिस तरह रिया की मदद कर रहा है और उसे मेल कर रहा है इससे इन दोनों की साठगांठ की बात साफ नजर आ रही है। जब तक उसे हिरासत में लेकर पूछताछ नहीं की जाएगी तब तक सही बात सामने नहीं आ पाएगी।

chat bot
आपका साथी