Mansukh Hiren Death Case: पुलिस अधिकारी सचिन वझे की गिरफ्तारी को लेकर विधानसभा में विपक्ष का जमकर हंगामा
उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक से लदी कार के मालिक की हत्या के बाद विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया प्राथमिकी के आधार पर सरकार को घेरते हुए कहा कि विमला हिरेन ने पुलिस एपीआई सचिन वझे पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया है।
राज्य ब्युरो, मुंबई! उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास मिली विस्फोटक लदी संदिग्ध कार के कथित मालिक मनसुख हिरेन की हत्या को लेकर आज महाराष्ट्र विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में मनसुख की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर पुलिस एपीआई सचिन वझे की गिरफ्तारी की मांग शुरू की, तो सत्ता पक्ष दादरा-नगर हवेली के सांसद की आत्महत्या एवं 2018 में अलीबाग में हुई अन्वय नाईक की आत्महत्या के मुद्दों पर देवेंद्र फड़नवीस को ही घेरने की कोशिश की।
मनसुख हिरेन की हत्या की जांच मुंबई पुलिस की आतंकवाद निरोधक शाखा (एटीएस) कर रही है। उसने रविवार को मनसुख की पत्नी विमला हिरेन का बयान लेकर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। आज नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस यह प्राथमिकी अपने साथ लेकर आए थे। उन्होंने प्राथमिकी के आधार पर सरकार को घेरते हुए कहा कि विमला हिरेन ने पुलिस एपीआई सचिन वझे पर ही अपने पति की हत्या का आरोप लगाया है।
विमला ने यह भी कहा है कि मुकेश अंबानी के घर के निकट खड़ी की गई स्कार्पियो कार पिछले चार महीने से सचिन वझे ही इस्तेमाल कर रहे थे। उक्त कार मुकेश अंबानी के घर के पास मिलने के बाद भी वझे लगातार उनके पति के संपर्क में थे। वह मनसुख हिरेन पर दबाव डाल रहे थे कि वह स्वयं गिरफ्तार हो जाएं, तो वह (सचिन) उन्हें दो-तीन दिन में जमानत दिलवा देंगे। फड़नवीस के अनुसार मनसुख के दो मोबाइल फोन में से एक की लोकशन विरार के मांडवी में मिली है, तो दूसरे मोबाइल फोन की लोकेशन वसई के तंगारेश्वर में। जबकि एक दिन बाद ही मनसुख का शव इन दोनों स्थानों से 40 किलोमीटर दूर मुंब्रा की समुद्री खाड़ी पाया गया।
फड़नवीस का आरोप है कि मनसुख हिरेन की हत्या वसई में सचिन वझे के पुराने साथी तावड़े के फार्म हाउस पर की गई। फिर उनका शव मुंब्रा की खाड़ी में समुद्री ज्वार (हाई टाइड) के समय फेंक दिया गया। ताकि वह कभी बाहर न आ सके। लेकिन हत्यारों की सोच के विपरीत अगली सुबह मनसुख का शव मुंब्रा की खाड़ी से बरामद हो गया। बता दें कि सचिन वझे का नाम अंबानी के घर के निकट संदिग्ध कार मिलने के बाद से ही संदेह के घेरे में है। फिलहाल कार प्रकरण की जांच एनआईए कर रही है। लेकिन उस कार के कथित मालिक मनसुख हिरेन की हत्या की जांच मुंबई एटीएस कर रही है।
विधानसभा में देवेंद्र फड़नवीस मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे थे, तो सत्तापक्ष ने इस मामले को दबाने के लिए दो आत्महत्याओं का मामला उठाकर भाजपा एवं स्वयं देवेंद्र फड़नवीस को घेरना शुरू कर दिया। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने 2018 में अलीबाग में हुई अन्वय नाईक की आत्महत्या का मामला उठाते हुए कहा कि देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्रित्वकाल में इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया और अलीबाग पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर इसे बंद कर दिया। हम फिर से इस मामले में फड़नवीस की भूमिका की जांच करेंगे। बता दें कि इसी मामले में कुछ माह पहले पत्रकार अर्नब गोस्वामी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दूसरी ओर गृहमंत्री ने दादरा-नगर हवेली के सांसद मोहन देलकर की कुछ दिनों पहले मुंबई के एक होटल में हुई आत्महत्या का मामला भी उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार इस मामले में एसआईटी का गठन कर जांच करवाएगी। मोहन देलकर ने अपने सुसाइड नोट में एक भाजपा नेता प्रफुल पटेल का नाम लेते हुए उनपर अपना सामाजिक जीवन खराब करने का आरोप लगाया है।
इस आरोप पर देवेंद्र फड़नवीस ने सदन में मोहन देलकर के सुसाइड नोट की प्रति लहराते हुए कहा कि वह सुसाइड नोट मेरे पास भी है। देलकर ने इसमें किसी के नाम का उल्लेख नहीं किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी यह कहकर फड़नवीस को घेरने की कोशिश की कि उनके पास मनसुख हिरेने का काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) कहां से आए ? इसकी जांच होनी चाहिए। इस फड़नवीस ने भी चुनौती दी कि हम किसी की धमकियों से नहीं डरेंगे। मेरी जो जांच करवानी हो करवा लें।