Maharashtra: फोन टैपिंग मामले में आइपीएस अफसर रश्मि शुक्ला फिर तलब

Maharashtra वर्तमान में हैदराबाद में सीआरपीएफ की अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में तैनात रश्मि शुक्ला को तीन मई को मुंबई आकर पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है। साइबर सेल ने उनसे पहले बुधवार को आने को कहा था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 10:23 PM (IST)
Maharashtra: फोन टैपिंग मामले में आइपीएस अफसर रश्मि शुक्ला फिर तलब
फोन टैपिंग मामले में आइपीएस अफसर रश्मि शुक्ला फिर तलब। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। Maharashtra: फोन टैपिंग मामले में मुंबई पुलिस के साइबर सेल ने आइपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को अपना बयान दर्ज कराने के लिए फिर तलब किया है। यह जानकारी गुरुवार को एक अधिकारी ने दी। वर्तमान में हैदराबाद में सीआरपीएफ की अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में तैनात रश्मि शुक्ला को तीन मई को मुंबई आकर पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है। साइबर सेल ने उनसे पहले बुधवार को आने को कहा था लेकिन कोरोना के कारण उन्होंने आने में असमर्थता जता दी। उन्होंने मुंबई पुलिस से प्रश्नों की सूची भेजने को कहा है ताकि वे उसके जवाब भेज सकें। राज्य के अभिसूचना विभाग ने बीकेसी (बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स) थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ फोन टैपिंग करने और रिकार्डिंग लीक करने का आरोप लगाते हुए गोपनीयता कानून के तहत मामला दर्ज कराया है।

अभिसूचना विभाग के मुखिया के तौर पर काम करने के दौरान रश्मि शुक्ला पर नेताओं के फोन टैप कराने का आरोप है। पुलिस विभाग के तबादलों में भ्रष्टाचार को लेकर रश्मि शुक्ला ने डीजीपी को जो पत्र लिखा था उसे भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने राजनीतिक मुद्दा बना दिया था। इसके बाद से रश्मि विवादों के केंद्र में हैं। उस पत्र में इंटरसेप्टेड फोन का विवरण भी था। उसमें कई नेताओं का नाम सामने आने के बाद राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था। बिना इजाजत फोन टैप किए जाने की एफआइआर दर्ज होने से पहले राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने अपनी जांच रिपोर्ट में दावा किया था कि गोपनीय रिपोर्ट खुद रश्मि शुक्ला ने लीक की थी।

गौरतलब है कि फोन टैपिंग मामले में मुख्य सचिव सीताराम कुंटे द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली है। सूत्रों के अनुसार, यह एफआइआर कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री को सौंपी गई इस रिपोर्ट में सीताराम कुंटे ने संकेत किया है कि यदि यह साबित हो जाए कि महाराष्ट्र की पूर्व इंटेलीजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला ने अति गोपनीय जानकारियां लीक की हैं, तो उन पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। इसी क्रम में साइबर सेल ने एफआइआर दर्ज कर ली है। मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने बहुत कम समय में यह जांच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश पर पूरी की थी।

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