Maharashtra: अनिल देशमुख को फर्जी क्लीन चिट मामले में सीबीआइ इंस्पेक्टर और वकील गिरफ्तार

Maharashtra अनिल देशमुख के विरुद्ध चल रही सीबीआइ जांच में उन्हें फर्जी क्लीन चिट देने के मामले में सीबीआइ ने अपने ही एक सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी व देशमुख के वकील आनंद डागा को भी गिरफ्तार कर लिया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 11:28 AM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 09:09 PM (IST)
Maharashtra: अनिल देशमुख को फर्जी क्लीन चिट मामले में सीबीआइ इंस्पेक्टर और वकील गिरफ्तार
अनिल देशमुख के वकील को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है।

मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के विरुद्ध चल रही सीबीआइ जांच में उन्हें फर्जी क्लीन चिट देने के मामले में सीबीआइ ने अपने ही एक सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी व देशमुख के वकील आनंद डागा को गिरफ्तार कर लिया है। वीरवार को दिल्ली की विशेष सीबीआइ अदालत ने दोनों आरोपितों को दो दिन की सीबीआइ रिमांड पर भेज दिया है। इस मामले में बुधवार को देशमुख के दामाद गौरव चतुर्वेदी को भी उनके घर से हिरासत में लिया गया था। उन्हें पूछताछ के बाद फिलहाल घर जाने दिया गया है। पिछले सप्ताह कुछ चैनलों ने देशमुख को सीबीआइ द्वारा क्लीनचिट दिए जाने की खबर बहुत जोरों से प्रचारित की। इस खबर का खंडन करते हुए सीबीआइ ने इस विषय की भी जांच शुरू कर दी।

सीबीआइ ने नागपुर स्थित वकील आनंद डागा को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली से सीबीआइ के सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी को भी इसी सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार किया गया। साथ ही, अनिल देशमुख के दामाद चतुर्वेदी को उनके मुंबई के वरली स्थित घर से हिरासत में लेकर बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया। हालांकि कुछ घंटों बाद उन्हें घर जाने दिया गया। माना जा रहा है कि क्लीन चिट वाले मामले के सूत्रधार चतुर्वेदी ही थे। वकील अनिल डागा को बुधवार-गुरुवार की मध्यरात्रि गिरफ्तार कर रात में ही स्थानीय अदालत से ट्रांजिट रिमांड हासिल कर सुबह दिल्ली लाया गया था। क्लीन चिट मामले में बुधवार को गिरफ्तार किए गए अनिल देशमुख के वकील आनंद डागा व सीबीआइ के सब इंस्पेक्टर को दिल्ली की राउज एवेन्यू जिला न्यायालय में स्थित विशेष सीबीआइ अदालत में पेश किया गया। सीबीआइ ने कोर्ट को बताया कि इन दोनों से लीक दस्तावेजों की पूरी जांच पड़ताल के लिए पूछताछ की जानी है। विशेष अदालत ने सीबीआइ के इस अनुरोध को मानते हुए दोनों आरोपियों को दो दिन की सीबीआइ रिमांड पर भेज दिया है।

100 करोड़ की वसूली मामले में अनिल देशमुख को क्लीन चिट देने की अफवाह फैलाने की साजिश में उक्त दोनों आरोपितों के साथ-साथ अनिल देशमुख के दामाद गौरव चतुर्वेदी को भी बुधवार देर शाम हिरासत में लिया गया था। लंबी पूछताछ के बाद उन्हें सीबीआइ ने उन्हें घर जाने दिया है। माना जा रहा है कि यदि उक्त दोनों आरोपितों से पूछताछ में कुछ विशेष जानकारी हाथ लगी तो सीबीआइ अनिल देशमुख के विरुद्ध भी एक नया मामला दर्ज कर सकती है। इससे उनकी मुसीबतें और बढ़ सकती हैं। संवेदनशील जानकारियां लीक किए जाने के मामले में गिरफ्तार आरोपितों पर जिन धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया है, उनमें आजीवन कारावास तक की सजा होने का प्रावधान है।

chat bot
आपका साथी