Maharashtra: उत्पीड़न से तंग महिला फारेस्ट रेंजर दीपाली चव्हाण ने की आत्महत्या, वरिष्ठ डिवीजनल फॉरेस्ट आफिसर गिरफ्तार
Maharashtra टाइगर रिजर्व की वन रेंज अधिकारी दीपाली चव्हाण ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। सुसाइड नोट में उसने वरिष्ठ अधिकारी विनोद शिव कुमार द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। यह नोट मिलने के बाद नागपुर पुलिस ने विनोद शिवकुमार को गिरफ्तार किया।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra: लेडी सिंघम के नाम से ख्यात मेलघाट टाइगर रिजर्व की वन रेंज अधिकारी (आरएफओ) दीपाली चव्हाण ने गुरुवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। अपने सुसाइड नोट में उसने वरिष्ठ अधिकारी विनोद शिव कुमार द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। यह नोट मिलने के बाद नागपुर पुलिस ने विनोद शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है। दीपाली चव्हाण (33) अमरावती के मेलघाट टाइगर रिजर्व में तैनात थी। वह वहां अपनी मां के साथ रह रही थी। गुरुवार को ही उसने अपनी मां को गांव भेज दिया था। गांव जाने के बाद उसकी मां लगातार उसे फोन कर रही थी, लेकिन उसका फोन नहीं उठ रहा था। तब उसकी मां ने एक गार्ड को फोन करके दीपाली से बात कराने को कहा।
गार्ड ने भी दीपाली के घर जाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन उसका दरवाजा नहीं खुला। जब कुछ पड़ोसियों के साथ किसी तरह दरवाजा खोलकर अंदर घुसा, तो देखा कि दीपाली खून से लथपथ जमीन में पड़ी है और उसका सर्विस रिवाल्वर बगल में पड़ा है। दीपाली ने अपने सुसाइड नोट में अपने वरिष्ठ डिवीजनल फॉरेस्ट आफिसर (डीएफओ) पर कई तरह के आरोप लगाए है। उसने लिखा है कि शिवकुमार सर खुद कभी गांव में जाकर सभा नहीं करते व गांव वालों, अन्य कर्मचारियों एवं मजदूरों सामने मुझे गालियां देते हैं। दीपाली ने लिखा है कि मुझे गर्भवती रहते हुए भी कच्चे रास्तों पर घुमाया गया। जिसके कारण मेरा गर्भपात हो गया। इसके बावजूद मुझे छुट्टी नहीं दी गई। उसके अनुसार, शिवुमार उसे देर रात मिलने के लिए बुलाते थे और अश्लील बातें करते थे। दीपाली ने यह पत्र मेलघाट टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एमएस रेड्डी को संबोधित करते हुए लिखा है।
दीपाली द्वारा लगाए गए इन संगीन आरोपों को देखते हुए नागपुर पुलिस ने अपने गृह राज्य कर्नाटक भागने की तैयारी कर रहे विनोद शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उसे अमरावती ले गई है। पता चला है कि पुलिस विनोद शिवकुमार के अलावा वन विभाग के अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी, ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके। दीपाली चव्हाण एक निडर वन अधिकारी के रूप में जानी जाती थी। उसन कई बार बहादुरी से जंगल माफिया का पीछा किया और उन्हें पकड़ने में सफल रही। वह मेलघाट टाइगर रिजर्व के दो गांवों को पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाने में सफल रही थी। इसके लिए उसे वन विभाग ने सम्मानित भी किया था। कुछ दिनों पहले वनमंत्री संजय राठोड़ के इस्तीफा देने के बाद से यह विभाग भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास ही है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि दीपाली मामले की गहराई से जांच करवाकर दोषियों को कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।