Maharashtra Rain: महाराष्ट्र के वालवा में बाढ़ के हालात, नारायण राणे व देवेंद्र फडणवीस ने तालिये गांव का किया दौरा

Maharashtra Rain एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर राजकुमार ने बताया कि वालवा तहसील के शिरगांव में हमने अब तक 700-800 लोगों को सु​रक्षित स्थान पर पहुंचाया है। जब तक सब लोगों को ​सु​रक्षित नहीं निकाल लिया जाता तब तक हमारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 02:43 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 03:50 PM (IST)
Maharashtra Rain: महाराष्ट्र के वालवा में बाढ़ के हालात, नारायण राणे व देवेंद्र फडणवीस ने तालिये गांव का किया दौरा
महाराष्ट्र के वालवा में बाढ़ के हालात, नारायण राणे व देवेंद्र फडणवीस ने तालिये गांव का किया दौरा। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में सांगली जिले के वालवा में बाढ़ के हालात के बीच एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी है। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर राजकुमार ने रविवार को बताया कि हम 23 जुलाई को यहां रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए आए थे। वालवा तहसील के शिरगांव में हमने अब तक 700-800 लोगों को सु​रक्षित स्थान पर पहुंचाया है। जब तक सब लोगों को ​सु​रक्षित नहीं निकाल लिया जाता, तब तक हमारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा। इधर, रायगढ़ के महाड में बाढ़ की वजह से लोगों के घरों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि शाम को पानी निकलने लगा था, लेकिन रात में फिर से पानी आने से ग्राउंड फ्लोर के घरों में पानी भर गया। हमारे सामान को भी काफी नुकसान पहुंचा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बाढ़ की स्थिति पर रत्नागिरी में अधिकारियों के साथ बैठक की। इधर, महाराष्ट्र के तलिये गांव में भूस्खलन पर एनडीआरफ इंस्पेक्टर राजेश ने कहा कि बारिश ना होने की वजह से आज हम ठीक से काम कर पा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और ग्राम सरपंचों ने हमें उन इलाकों के बारे में बताया जिस जगह पर घर थे, अब हम उन जगहों पर टीम को लगा कर शवों को निकालने का काम कर रहे हैं। 

नारायण राणे और देवेंद्र फडणवीस ने तालिये गांव का किया दौरा

इस बीच, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भारी बारिश से प्रभावित रायगढ़ जिले के तालिये गांव का दौरा किया और राहत कार्यों का जायजा लिया। नारायण राणे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे यहां भेजा और यहां के लोगों की समस्याओं की रिपोर्ट देने को कहा है। अभी तक सिर्फ 44 शव बरामद हुए हैं और शव मिलना अभी बाकी हैं। पुनर्वास कार्य चल रहा है। वहीं, एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि महाराष्ट्र में बाढ़ के कारण हालात गंभीर है। लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते राहत कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। इस समय पूरे देश में एनडीआरएफ की 150 के आस-पास टीम काम कर रही है। अभी मौतों का आंकड़ा नहीं दिया जा सकता है, इसमें थोड़ा समय लगेगा।

पश्चिम महाराष्ट्र के तीन जिलों से 90,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के कारण बाढ़ग्रस्त पश्चिम महाराष्ट्र के तीन जिलों से 90,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दूसरी ओर गुरुवार को कई स्थानों पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में अब भी दर्जनों लोग लापता हैं। राहत एवं बचाव में लगी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं नौसेना की टीमें उन्हें तलाशने में लगी हैं। भारी बारिश के कारण पश्चिम महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली एवं सतारा जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सतारा जिला स्थित हिल स्टेशन महाबलेश्वर में पिछले चार दिनों में 1,859 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। पश्चिम महाराष्ट्र व उससे सटे कोंकण क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश हुई है। इस कारण इस क्षेत्र की दो प्रमुख नदियां कृष्णा व कोयना उफान पर हैं। इन नदियों का जलस्तर बढ़ने से कोल्हापुर, सांगली एवं सतारा में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इन जिलों के सैकड़ों गांव जलमग्न हैं। अब तक बाढ़ग्रस्त सांगली से 42,573, कोल्हापुर से 40,882 व सतारा से 734 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। कोल्हापुर में पंचगंगा नदी के राजाराम बांध का जलस्तर कल के 56.3 फुट से कुछ नीचे आया है। लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।

कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति
राज्य के जल आपूíत मंत्री जयंत पाटिल के अनुसार कर्नाटक ने अपने अलमाट्टी बांध से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। इससे कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति में एक-दो दिन में सुधार हो सकता है। बता दें कि पश्चिम महाराष्ट्र से जल का बहाव कर्नाटक के अलमाट्टी बांध की ओर होता है। लोगों को बाढ़ से राहत दिलाने के लिए एनडीआरएफ की तीन और यूनिट एवं सेना की एक यूनिट कोल्हापुर पहुंच गई हैं। केंद्र की ओर से एनडीआरएफ की चार और टीमें कोल्हापुर पहुंच रही हैं।दूसरी ओर कोंकण एवं पश्चिम महाराष्ट्र के जिलों में बुधवार एवं गुरुवार को हुई भूस्खलन की घटनाओं में अब भी दर्जनों लोग लापता बताए जा रहे हैं। रत्नागिरी के खेड़ गांव में अभी 13, सतारा के आंबेघर में छह एवं रायगढ़ के तालिये गांव में 41 लोग लापता हैं। भूस्खलन से तालिये गांव ही सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। यहां अब तक 41 शव निकाले जा चुके हैं। आइएएनएस के अनुसार, महाराष्ट्र के नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने एलान किया कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को मुफ्त खाद्य सामग्री और केरोसिन मुहैया कराएगी।

उद्धव ठाकरे ने तालिये गांव का किया दौरा

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को मुख्य सचिव सीताराम कुंटे एवं कुछ अन्य मंत्रियों के साथ तालिये गांव का दौरा किया। उन्होंने गांव के लोगों से कहा कि आपने बड़ी विपदा सही है। अब आप अपना ख्याल रखिए। बाकी सब सरकार पर छोड़ दीजिए। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक व्यक्ति का समुचित पुनर्वास हो और उसे हुए नुकसान की भरपाई की जा सके। बता दें कि राज्य की गृहनिर्माण संस्था म्हाडा की ओर से तालिये गांव के नष्ट हुए घरों को पुन: बसाने की घोषणा की गई है। प्रेट्र के अनुसार, ठाकरे ने कहा कि भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार पहाड़ी इलाके में रहने वाले लोगों को अन्य स्थानों पर स्थायी रूप से बसाने के लिए योजना बनाएगी।

राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से बात की

नई दिल्ली, प्रेट्र : राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से बात की और राज्य में बारिश एवं बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान पर चिंता जताई। राष्ट्रपति भवन ने कहा कि राज्यपाल ने लोगों की परेशानियां कम करने के लिए किए जा रहे बचाव एवं राहत के कार्यों से राष्ट्रपति को अवगत कराया।

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