Fire In Building: नवी मुंबई के वाशी इलाके में इमारत में भीषण आग

Fire नवी मुंबई के वाशी इलाके में एक इमारत में अचानक भीषण आग लग गई। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। आग लगते ही अफरातफरी मच गई। चारों ओर धुएं का गुबार फैल गया। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 05:46 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 05:46 PM (IST)
Fire In Building: नवी मुंबई के वाशी इलाके में इमारत में भीषण आग
नवी मुंबई के वाशी इलाके में इमारत में भीषण आग। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। Fire: महाराष्ट्र में नवी मुंबई के वाशी इलाके में एक इमारत में रविवार को अचानक भीषण आग लग गई। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। आग लगते ही अफरातफरी मच गई। चारों ओर धुएं का गुबार फैल गया। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। इससे पहले भी प्रदेश में कई जगहों पर आगजनी से जानमाल का काफी नुकसान हो चुका है। इससे पहले मुंबई में दहिसर जंबो कोविड केंद्र में रविवार को भीषण आग लग जाने से अफरातफरी मच गई थी। यहां फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद इस भीषण आग पर काबू पाया था। 

इससे पहले मुंबई के भांडुप उपनगर में एक मॉल में चल रहे निजी अस्पताल में गत दिनों अचानक लगी आग में करीब 11 लोगों की मौत हो चुकी है। पहले से कई विवादों में रहे एचडीआईएल समूह द्वारा बनाया गया यह मॉल भी विवादों में हैं और इसकी तीसरी मंजिल पर चल रहे सनराईज अस्पताल को भी कई वर्षों से शुरू करने की मान्यता नहीं दी गई थी। कोविड-19 की शुरुआत के बाद इसे मान्यता देने वाली मुंबई महानगरपालिका भी अब सवालों के घेरे में है। मुंबई पुलिस के उपायुक्त प्रशांत कदम के अनुसार गुरुवार रात 12.30 बजे ड्रीम्स मॉल की पहली मंजिल पर आग भड़क उठी, जिसका धुआं तीसरी मंजिल पर स्थित सनराइज अस्पताल तक जाने लगा। जिसके कारण अस्पताल के आईसीयू में भर्ती दो कोविड मरीजों की मौत हो गई। रात में ही दमकल की 23 से अधिक गाड़ियां आग बुझाने का प्रयास कर रही थीं। लेकिन बाद में इस आग ने अस्पताल को भी अपनी चपेट में ले लिया और शुक्रवार शाम तक 11 लोग मारे जा चुके थे।

अस्पताल से जुड़े सूत्रों के अनुसार, दुर्घटना के समय अस्पताल में कुल 76 मरीज भर्ती थे। इनमें 73 कोरोना के मरीज थे और तीन सामान्य। आग लगने के बाद सभी कोरोना मरीजों के मुलुंड स्थित जंबो कोविड सेंटर में स्थानांतरित किया गया है। यह मॉल 2009 में बनकर तैयार हुआ था। लेकिन तभी से यह विवादों में रहा है। इसकी तीसरी मंजिल पर बने अस्पताल को भी शुरू करने की अनुमति नहीं मिल सकी थी। लेकिन पिछले वर्ष कोविड-19 की शुरुआत होने के बाद जब मरीजों की संख्या बढ़ने लगी, तो कोविड के नाम पर ही अस्थायी रूप से इसे कोविड अस्पताल के रूप में शुरू करने की अनुमति दे दी गई। लेकिन अस्पताल चलाने के लिए आवश्यक कई तरह की अनुमतियां अभी भी इस अस्पताल के पास नहीं थीं।

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