Maharastra: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह समेत 33 के खिलाफ एफआईआर दर्ज

मुबंई पुलिस कमिश्नर पद से सिंह का तबादला होने के बाद भ्रष्टाचार की यह दूसरी शिकायत है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त और वर्तमान में होमगार्ड डीजी परमबीर सिंह सहित 33 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। विदर्भ के अकोला में एफआईआर दर्ज की गई है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 09:44 AM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 09:54 AM (IST)
Maharastra: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह समेत 33 के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह समेत 33 के खिलाफ FIR दर्ज

मुंबई, (पीटीआई)। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर के सिंह के विरुद्ध अकोला में एक पुलिस इंस्पेक्टर ने एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर में सिंह सहित 27 अन्य पुलिसकर्मियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार के एक मामले में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बता दें कि इससे पहले मुंबई में भी एक पुलिस इंस्पेक्टर की शिकायत पर परमबीर के विरुद्ध राज्य सरकार जांच का आदेश दे चुकी है।

पुलिस इंस्पेक्टर भीमराव घाडगे द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि 2015 से 2018 के बीच ठाणे में पुलिस आयुक्त रहते हुए परमबीर सिंह भ्रष्टाचार के कई मामलों में शामिल थे। घाडगे ने कहा है कि उस दौरान सिंह ने उन्हें ऐसे कई मामलों में आरोपपत्र पेश न करने के आदेश दिए थे, जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज थीं। इसी एफआईआर में घाडगे ने एक पुलिस उपायुक्त पराग मनेरे एवं 26 अन्य पुलिसकर्मियों के नाम दिए हैं।

सिटी कोतवाली, अकोला में दर्ज इस प्राथमिकी में आपराधिक साजिश, सबूत मिटाने तथा एससी-एसटी एक्ट जैसी कई धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं। इन दिनों अकोला पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात घाडगे ने एफआईआर में कहा है कि जब उन्होंने परमबीर सिंह का आदेश मानने से इंकार किया तो उनके विरुद्ध पांच एफआईआर दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया गया था।

इससे पहले मुंबई के एक और पुलिस इंस्पेक्टर अनूप डांगे भी गृह मंत्रालय एवं मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर परमबीर सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। डांगे की शिकायत पर राज्य सरकार ने पुलिस महानिदेशक संजय पांडे को परमबीर सिंह की जांच के आदेश दे दिए हैं। डांगे ने अपनी शिकायत में कहा है कि 2020 में जब उन्होंने एक पब मालिक के विरुद्ध कार्रवाई की तो सिंह ने उन्हें निलंबित करके उनके विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दे दिए थे। डागे के अनुसार इससे पहले 2019 में जब वह उसी पब में निर्धारित समयावधि के बाद तक खुले रहने पर कार्रवाई करने पहुंचे थे, तो पब मालिक ने परमबीर से अपनी प्रगाढ़ता बताते हुए उन्हें धमकाया था।

बता दें कि उक्त दोनों पुलिस इंस्पेक्टरों की शिकायत के बाद पूर्व पुलिस आयुक्त की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। माना जा रहा है कि इन दोनों पुलिस इंस्पेक्टरों की हिम्मत राज्य सरकार की शह पर ही परमबीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की पड़ी है। परमबीर की शिकायत के आधार पर ही मुंबई उच्चन्यायालय ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के विरुद्ध सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद ही देशमुख को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

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