Money Laundering Case: शिवसेना सांसद भावना गवली से मनी लांड्रिंग मामले में ईडी करेगी पूछताछ

Money Laundering Case शिवसेना सांसद भावना गवली महाराष्ट्र की यवतमाल-वाशिम सीट से लोकसभा सदस्य हैं। ईडी मंगलवार को शिवसेना नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अनिल परब से राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख से जुड़े एक मनी लांड्रिंग मामले में आठ घंटे पूछताछ कर चुकी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 09:15 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 09:15 PM (IST)
Money Laundering Case: शिवसेना सांसद भावना गवली से मनी लांड्रिंग मामले में ईडी करेगी पूछताछ
शिवसेना सांसद भावना गवली से मनी लांड्रिंग मामले में ईडी करेगी पूछताछ। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग के मामले में एक और शिवसेना नेता को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। केंद्रीय एजेंसी ने शिवसेना सांसद भावना गवली को चार अक्टूबर को अपने दफ्तर में जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए कहा है। 48 वर्षीय गवली महाराष्ट्र की यवतमाल-वाशिम सीट से लोकसभा सदस्य हैं। ईडी मंगलवार को शिवसेना नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अनिल परब से राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख से जुड़े एक मनी लांड्रिंग मामले में आठ घंटे पूछताछ कर चुकी है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि एजेंसी ने मंगलवार को गवली के कथित सहयोगी सईद खान को प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया है।

मामला गवली से जुड़े कुछ खास ट्रस्टों में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है। इस मामले में गवली समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। एजेंसी ने पीएमएलए अदालत में कहा कि गवली ने 18 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने के लिए सईद की मदद से फर्जी तरीके से एक ट्रस्ट को निजी कंपनी में तब्दील करने का कथित आपराधिक षड्यंत्र रचा। ईडी ने कहा कि अब तक की जांच में 18.18 करोड़ रुपये की हेराफेरी व सात करोड़ रुपये की नकदी की चोरी का पता चला है। अदालत ने सईद को एक अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। माना जा रहा है कि ईडी गवली से सईद के साथ संबंधों तथा महिला उत्कर्ष प्रतिष्ठान व उससे जुड़े लेनदेन के बारे में पूछताछ करना चाहती है।

चिटफंड घोटाले में आईकोर समूह की 300 करोड़ की संपत्तियां जब्त

ईडी ने एक चिटफंड घोटाले में आईकोर समूह की कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच के सिलसिले में पीएमएलए के तहत 300 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया है। ये संपत्तियां 11 आईकोर ग्रुप की कंपनियों व उनके निदेशकों अनुकूल मैती, कनिका मैती और स्वजन की हैं। जब्त संपत्तियों में बैंक खाते, भूखंड, कारखाने, शापिंग माल आदि शामिल हैं। आरोप है कि समूह ने अधिक रिटर्न का भरोसा देकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है।

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