Maharashtra: अजीत पवार के करीबी रिश्तेदार की चीनी मिल ईडी ने की जब्त

Maharashtraईडी ने सातारा स्थित जरंडेश्वर चीनी मिल को जब्त कर लिया है। यह चीनी मिल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के करीबी रिश्तेदार की बताई जाती है। यह कार्रवाई अजीत पवार के लिए बड़ा धक्का मानी जा रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 09:59 PM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 09:59 PM (IST)
Maharashtra: अजीत पवार के करीबी रिश्तेदार की चीनी मिल ईडी ने की जब्त
अजीत पवार के करीबी रिश्तेदार की चीनी मिल ईडी ने की जब्त। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सातारा स्थित जरंडेश्वर चीनी मिल को जब्त कर लिया है। यह चीनी मिल राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के करीबी रिश्तेदार की है। यह कार्रवाई अजीत पवार के लिए बड़ा धक्का मानी जा रही है। पश्चिम महाराष्ट्र के सातारा जिले में स्थित जरंडेश्वर चीनी मिल पहले सहकारी प्रबंधन में थी। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक में 25000 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद इस प्रकार की कई सहकारी चीनी मिलों के बिकने की नौबत आ गई। जिन्हें कम दाम पर राज्य के विभिन्न राजनीतिक व्यक्तियों ने ही खरीद लिया। इन्हीं में से एक जरंडेश्वर चीनी मिल भी है, जिसे अजीत पवार के करीबी रिश्तेदार राजेंद्र कुमार घाडगे ने खरीदा है।

इस प्रकार राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा सहकारी बैंकों से बड़े-बड़े कर्ज लेकर सहकारी चीनी मिलों को डुबाने व बाद में खुद ही इन चीनी मिलों को खरीद लेने के मामले की जांच के लिए समाजसेवी अन्ना हजारे ने बॉम्बे हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। इस याचिका पर उच्च न्यायालय ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को आपराधिक मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी थी। ईडी ने वीरवार को इसी मामले में कार्रवाई करते हुए जरंडेश्वर चीनी मिल को जब्त कर लिया है।

ईडी की इस कार्रवाई के बाद अन्ना हजारे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि देर से ही सही, कार्रवाई शुरू तो हुई है। हम अपेक्षा करते हैं कि अब अन्य चीनी मिलों पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई होगी।

हमारी शिकायत के बाद इस प्रकार की बड़ी अनियमितता बाहर आई है, लेकिन दूसरी ओर राजनीतिक हलकों में इस कार्रवाई को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर की जा रही कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर ईडी का शिकंजा कस चुका है। शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक से भी ईडी एक अन्य मामले में पूछताछ कर चुकी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार व शिवसेना कोटे से परिवहन मंत्री अनिल परब की भी ईडी से जांच करवाने की मांग कर चुके हैं। प्रताप सरनाईक तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कह चुके हैं कि यदि उन्होंने भाजपा से पुनः नजदीकी नहीं बढ़ाई तो शिवसेना के कई नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 

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