Maharashtra: नाना पटोले की जंबो कार्यकारिणी को लेकर गहरा असंतोष

Maharashtra नाना पटोले कांग्रेस को अगला विधानसभा चुनाव अकेले लड़वाने को लेकर प्रयत्नशील हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अपनी नई कार्यकारिणी भी घोषित कर दी है। अपनी समझ से उन्होंने जातिवार व विभागवार सामंज्य बैठाने की बखूबी कोशिश की है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 06:44 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 06:44 PM (IST)
Maharashtra: नाना पटोले की जंबो कार्यकारिणी को लेकर गहरा असंतोष
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की जंबो कार्यकारिणी में असंतोष ही असंतोष। फाइल फोटो

मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने अपनी नई कार्यकारिणी में 190 पदाधिकारी शामिल किए हैं। इसके बावजूद असंतोष थामे नहीं थम रहा। अब समाधान ढूंढने के लिए वह कांग्रेस आलाकमान से मिलने का समय चाहते हैं। पता चला है कि अब तक उसमें भी उन्हें कामयाबी नहीं मिली है। नाना पटोले कांग्रेस को अगला विधानसभा चुनाव अकेले लड़वाने को लेकर प्रयत्नशील हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अपनी नई कार्यकारिणी भी घोषित कर दी है। अपनी समझ से उन्होंने जातिवार व विभागवार सामंज्य बैठाने की बखूबी कोशिश की है। इसके बावजूद उन्हें आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। उनकी नई कार्यकारिणी में पश्चिम महाराष्ट्र से 34, मराठवाड़ा से 31, नागपुर विभाग से 33, अमरावती विभाग से 29, कोकण से 25, उत्तर महाराष्ट्र से 20 व मुंबई से 18 पदाधिकारी बनाए गए हैं।

कार्यकारिणी में 18 उपाध्यक्ष, 65 महासचिव, 104 सचिव और छह प्रवक्ता शामिल किए गए हैं। पहली बार कांग्रेस कार्यकारिणी में दो तृतीय पंथियों को भी सचिव बनाकर शामिल किया गया है। इसके बावजूद कार्यकारिणी में महिलाओं की संख्या सिर्फ नौ फीसद होने के कारण पटोले की नई टीम पर अंगुलियां उठ रही हैं। विदर्भ से कुल 62 लोगों को कार्यकारिणी में शामिल किए जाने पर भी पटोले को आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। पटोले खुद विदर्भ से ही आते हैं। विदर्भ के गोंदिया जिले की साखोली विधानसभा सीट से वह कई बार जीत दर्ज कर चुके हैं। माना जाता है कि प्रदेश अध्यक्ष का अपने क्षेत्र में अच्छा जनाधार होगा। इसलिए उन्हें अन्य क्षेत्रों में कांग्रेस को मजबूती देने का प्रयास करना चाहिए था, लेकिन जिस कोंकण पर कब्जे के लिए इन दिनों शिवसेना-भाजपा में जंग छिड़ी है, वहां से उन्होंने सिर्फ 25 लोगों को अपनी टीम में शामिल किया है। उत्तर महाराष्ट्र से भी 20 लोग ही लिए गए हैं।

कांग्रेस का मजबूत वोटबैंक माने जाने वाले हिंदी भाषी समाज को भी पटोले की टीम में नजरंदाज किया गया है। 190 सदस्यों की समिति में सिर्फ दो हिंदी भाषी नजर आ रहे हैं। मुंबई के राजेश शर्मा को महासचिव बनाया गया है, तो नई मुंबई के आनंद सिंह को सचिव बनाया गया है। जबकि मुंबई, ठाणे, नई मुंबई, नासिक, पालघर क्षेत्रों में कई सीटों पर हिंदी भाषी मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। हिंदी भाषियों को इस प्रकार दरकिनार करना कांग्रेस के अंदर भी अचरज से देखा जा रहा है। एआइसीसी सदस्य विश्वबंधु राय कहते हैं कि उत्तर भारतीय कांग्रेस का पुराना व प्रतिबद्ध वोटबैंक रहा है। इसे जोड़े रखने का प्रयास किया जाना चाहिए था।

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