Maharashtra: मुंबई एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस की 'बेली लैंडिंग' का डीजीसीए करेगा ऑडिट
Maharashtra मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार नॉन-शेड्यूल्ड विमान वीटी-जेआइएल एक मरीज दो चालक दल के सदस्यों एक डॉक्टर और एक पैरामेडिक स्टाफ को लेकर जा रहा था। विमानन नियामक डीजीसीए जेट सर्व एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का आडिट करेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। Maharashtra: नागपुर से हैदराबाद जा रही एक एयर एंबुलेंस की मुंबई के एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग कराई गई है। अधिकारियों ने गुरुवार देर रात बताया कि इस एयर एंबुलेंस में पांच लोग सवार थे। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार, नॉन-शेड्यूल्ड विमान वीटी-जेआइएल एक मरीज, दो चालक दल के सदस्यों, एक डॉक्टर और एक पैरामेडिक स्टाफ को लेकर जा रहा था। विमानन नियामक डीजीसीए जेट सर्व एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का आडिट करेंगे। एयर एंबुलेस ने जैसे ही नागपुर से टेकऑफ किया तो उसका एक पहिया खुलकर गिर गया, जिसके कारण तुरंत ही इमरजेंसी घोषित कर दी गई और विमान को मुंबई डायवर्ट कर दिया गया। यह विमान आपातकालीन लैंडिंग के साथ रात नौ बजकर नौ मिनट पर मुंबई में लैंड कराया गया। विमान जेट सर्व की ओर से संचालित एक टर्बोप्रॉप है, जिसे कैप्टन केशरी सिंह की ओर से सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।
अलग हो गया था फ्लाइट का पहिया
चालक दल ने पुष्टि की कि पायलटों ने लैंडिंग गियर का उपयोग किए बिना 'बेली लैंडिंग' का प्रयास किया। इस दौरान आग से बचाव के लिए फोम को रनवे पर रखा गया था। जानकारी के मुताबिक, नागपुर एयरपोर्ट से टेक ऑफ के दौरान विमान का एक पहिया अलग हो गया और दूर जा गिरा।
फ्लाइट में कितने थे सवार
एक बयान में मुंबई हवाई अड्डे की ओर से कहा गया कि फ्लाइट में दो चालक दल के सदस्य, एक मरीज, एक रिश्तेदार और एक डॉक्टर थे। फ्लाइट की गुरुवार रात 9:09 बजे हवाई अड्डे पर सेफ लैंडिंग कराई गई। हवाई अड्डे ने एक बयान में कहा, एक एहतियात के तौर पर विमान को आग लगने से बचाने के लिए रनवे 27 को भी बंद कर दिया था और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
सीआइएसएफ जवान की सतर्कता से टला हादसा, मिली प्रोन्नति
नागरिक उड्डयन सुरक्षा बल का कहना है कि सीआइएसएफ के एक जवान के एयर एंबुलेंस का एक पहिया निकलते देखने पर नकद पुरस्कार के साथ ही प्रोन्नति से सम्मानित किया गया है। सीआइएसएफ ने स्पष्ट किया है कि उनके हेड कांस्टेबल रवि कांत अवाला ने विमान के अगले पहिए को सबसे पहले बाहर निकलते हुए देखा था। जवान ने तत्काल नागपुर के सुरक्षा आपरेशनल कंट्रोल सेंटर (एसओसीसी) को फोन पर इसकी जानकारी दी।