Mumbai Dahi Handi 2020: मुंबई के घाटकोपर में हुआ दही हांडी आयोजन, जनता से की ये खास अपील
Mumbai Dahi Handi 2020 मुंबई के घाटकोपर में दही हांडी का आयोजन कुछ खास तरीके से किया गया इस मौके पर लोगों से चाइनीज उत्पादों का बायकॉट करने की अपील की गयी।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में हर्षोल्लास से हर वर्ष जन्माष्टमी (Janmashtami 2020) के पर्व पर दही हांडी (Dahi Handi) का आयोजन किया जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इस साल हर त्योहार का रंग फीका हो गया है। मुंबई समेत कई इलाकों में इस साल दही हांडी का अयोजन नहीं हुआ लेकिन घाटकोपर में जन्माष्टमी के मौके पर दही हांडी का आयोजन कुछ इस प्रकार से किया गया। बीजेपी नेता राम कदम ने बताया, "इस वर्ष हमने दही हांडी का संदेश रखा है कि भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव है और समूचा देश चाइनीज उत्पादों का बायकॉट करेगा और आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बनेगा।"
गौरतलब है कि भाजपा नेता और दही हांडी आयोजन समिति के प्रमुख राम कदम ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि कोरोना संक्रमण के कारण इस साल मुंबई के घाटकोपर में दही हांडी समारोह का आयोजन नहीं किया जाएगा। हालांकि जन्माष्टमी का पर्व मुंबई समेत पूरे देश में ही धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन मुंबईवासियों में इस पर्व का उत्साह कुछ ज्यादा ही देखने को मिलता है। यहां इस खास अवसर पर जगह- जगह झांकियां निकाली जाती हैं और दही हांडी का आयोजन किया जाता है।
महाराष्ट्र और गुजरात में कैसे मनाया जाता है दही हांडी
जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) के खास पर्व पर महाराष्ट्र और गुजरात में दही हांडी का भव्य आयोजन किया जाता है। युवा और बच्चे कई दिन पहले से ही इसका अभ्यास करना शुरु कर देते हैं। जमीन से 20-30 फुट ऊंचाई पर लटकायी गयी मक्खन से भरी मिट्टी की मटकी को तोड़ने के लिए ये युवा एक पिरामिड बनाते हैं और मटकी को तोड़ते हैं। बॉलीवुड की कई फिल्मों और गानों में भी आपने दही हांडी के सीन देखे होंग, ये वाकई एक रोचक मुकाबला होता है।
जन्माष्टमी पर क्यों होता है दही-हांडी का आयोजन
वृन्दावन में महिलाओं ने मथे हुए माखन को भगवान श्रीकृष्ण से छुपाने के लिए मटकी को ऊंचाई पर लटकाना शुरु कर दिया था। जिससे भगवान श्रीकृष्ण और उनके दोस्त माखन न चुरा सके। लेकिन नटखट कान्हा कहां हार मानने वाले थे, वे माखन चुराने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिल एक पिरामिड बनाते और ऊंचाई पर लटकी हुई मटकी से दही और माखन को चुरा लेते थे। इसी से प्रेरित होकर ज न्माष्टमी के अवसर पर दही हांडी का आयोजन शुरु हो गया। दही हांडी के उत्सव के दौरान लोग जमकर मस्ती करते हैं नाच गाने के साथ ये आयोजन किया जाता है। जो लड़का सबसे ऊपर खड़ा होता है उसे गोविंदा कहकर पुकारा जाता है और ग्रुप के अन्य लड़कों को हांडी या मंडल कहा जाता है।