Cruise Ship party में महाराष्ट्र के मंत्री ने एनसीबी की टीम में दो बाहरी व्यक्तियों की मौजूदगी पर खड़े किए सवाल

Cruise Ship party में आर्यन खान समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता शशि थुरूर के बाद अब महाराष्‍ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने भी इस मुद़दे पर बयान दिया। मंत्री नवाब मलिक ने आर्यन खान की गिरफ्तारी को फर्जी करार दिया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 06:33 PM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 10:25 PM (IST)
Cruise Ship party में महाराष्ट्र के मंत्री ने एनसीबी की टीम में दो बाहरी व्यक्तियों की मौजूदगी पर खड़े किए सवाल
मंत्री नवाब मलिक ने आर्यन खान की गिरफ्तारी को फर्जी करार दिया।

राज्य ब्यूरो, मुंबई!  कार्डेलिया क्रूज की रेव पार्टी पर नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की कार्रवाई पर आज राकांपा प्रवक्ता एवं महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एनसीबी की टीम में दो बाहरी व्यक्तियों की मौजूदगी पर सवाल खड़े किए हैं। जबकि एनसीबी ने मलिक के आरोपों को निराधार बताते हुए उन दो लोगों को स्वतंत्र गवाह करार दिया है।

शनिवार को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज लाइनर कार्डेलिया पर छापा मारकर एनसीबी ने अभिनेता शाह रुख खान के पुत्र आर्यन खान सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब कुछ और गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। आज एनसीबी की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि आर्यन खान एवं उसके साथियों पर कार्रवाई के दौरान की तस्वीरों एवं वीडियो में दो ऐसे व्यक्ति भी दिखाई दे रहे हैं, जो एनसीबी की टीम का हिस्सा हैं ही नहीं।

इनमें से एक व्यक्ति मनीष भानुशाली खुद को भाजपा का उपाध्यक्ष बताता है। उसकी तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई प्रमुख नेताओं के साथ मौजूद हैं। दूसरा व्यक्ति के.पी.गोसावी खुद को प्राइवेट जासूस बताता है। जबकि उसके विरुद्ध पुणे में आपराधिक मामला दर्ज हो चुका है। रविवार को एनसीबी आफिस जाते हुए गोसावी आर्यन खान का एवं भानुशाली अरबाज मर्चेंट का हाथ थामे दिखाई दे रहे हैं।

मलिक के अनुसार एनसीबी को स्पष्ट करना चाहिए कि ये दोनों व्यक्ति किस हैसियत से उनकी टीम में शामिल थे, एवं इन दोनों से एनसीबी का क्या संबंध है ? दो निजी व्यक्तियों ने यह कार्रवाई कैसे की ? उन्हें किसने यह अधिकार दिया ? इसकी जानकारी एनसीबी को देनी चाहिए।

नवाब मलिक ने ड्रग बरामदगी के तरीके पर भी सवाल खड़ा किया है। उनका दावा है कि क्रूज लाइनर कार्डेलिया पर एनसीबी ने कोई ड्रग बरामद ही नहीं किया। यदि ऐसा किया गया होता, तो एनसीबी को बरामद मादक पदार्थों का पंचनामा क्रूज पर ही करना चाहिए था। बरामद मादक पदार्थों की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे जोनल डायरेक्टर की मेज पर रखी हुई ड्रग्स की हैं। नवाब मलिक ने मनीष भानुशाली के बारे में और खुलासा करते हुए कहा कि वह 21 सितंबर को दिल्ली में कुछ मंत्रियों के घर पर थे, और 22 सितंबर को गांधीनगर में वहां के एक मंत्री के साथ। 21 और 22 सितंबर को ही गुजरात के एक बंदरगाह पर भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए गए थे। मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा बालीवुड और राज्य सरकार को बदनाम कर रही है।

बता दें कि पिछले वर्ष अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद शुरू हुई एनसीबी की कार्रवाई में नवाब मलिक के दामाद को भी एनसीबी ने गिरफ्तार किया था। दस दिन पहले ही उसे जमानत मिली है। मलिक ने इस प्रकरण में भी सफाई देते हुए कहा कि कोर्ट में उनके दामाद समीर खान के खिलाफ पेश आरोप पत्र में वे सारे आरोप हैं ही नहीं, जो उसकी गिरफ्तारी के समय प्रचारित किए गए थे।

एनसीबी ने दिया जवाब

एनसीबी के अधिकारियों ने नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए उन्हें पहले की गई कार्रवाइयों की प्रतिक्रिया करार दिया है। बुधवार को नवाब मलिक के संवाददाता सम्मेलन के बाद एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह एवं जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने भी एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एनसीबी पर लगाए जा रहे आरोप उसके द्वारा पहले की गई कार्रवाई की प्रतिक्रियास्वरूप हो सकते हैं। जाहिर है एनसीबी अधिकारियों का इशारा नवाब मलिक के दामाद पर की गई कार्रवाई की ओर ही था। एनसीबी अधिकारियों ने यह भी बताया कि तीन अक्तूबर को शुरू हुई उनकी कार्रवाई के बाद अलग-अलग स्थानों पर तीन और कार्रवाइयां भी उनके द्वारा की गई हैं। इन कार्रवाइयों के दौरान एनसीबी ने नौ बाहरी व्यक्तियों को पंच बनाया है। इनमें किरण गोसावी एवं मनीष भानुशाली भी शामिल हैं। उनके अनुसार एनसीबी की जांच अभी भी चल रही है।

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